Edited By Chandra Prakash, Updated: 11 Jul, 2025 07:05 PM

राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्य के सरकारी विश्वविद्यालयों की स्थिति को लेकर गहरी चिंता जताई है। उन्होंने सोशल मीडिया के माध्यम से कहा कि प्रदेश के लगभग सभी सरकारी विश्वविद्यालय दो बड़ी समस्याओं से जूझ रहे हैं — रिक्त शैक्षणिक पद और...
जयपुर, 11 जुलाई 2025 । राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्य के सरकारी विश्वविद्यालयों की स्थिति को लेकर गहरी चिंता जताई है। उन्होंने सोशल मीडिया के माध्यम से कहा कि प्रदेश के लगभग सभी सरकारी विश्वविद्यालय दो बड़ी समस्याओं से जूझ रहे हैं — रिक्त शैक्षणिक पद और रिटायर्ड शिक्षकों को पेंशन नहीं मिलना।
गहलोत ने लिखा कि अधिकांश विश्वविद्यालयों में फैकल्टी पद लंबे समय से खाली पड़े हैं, जिससे विद्यार्थियों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। उन्होंने सवाल उठाया कि इतनी गंभीर समस्या होने के बावजूद अब तक इस दिशा में सार्थक प्रयास क्यों नहीं हुए।
इसके साथ ही उन्होंने रिटायर्ड शिक्षकों की दशा पर भी चिंता जताई। उन्होंने कहा कि जिन्होंने अपना संपूर्ण जीवन विद्यार्थियों को शिक्षित करने में लगा दिया, उन्हें आज वृद्धावस्था में पेंशन के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। विशेष रूप से जोधपुर के जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय के पेंशनर्स कई महीनों से धरने पर बैठे हैं, लेकिन उनकी आवाज़ अब तक अनसुनी बनी हुई है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने राज्य सरकार से अपील करते हुए कहा कि इन दोनों विषयों पर गंभीरता से ध्यान देकर त्वरित समाधान निकाला जाना चाहिए, ताकि शिक्षा की गुणवत्ता और शिक्षकों की गरिमा बनी रह सके।