Edited By Shruti Jha, Updated: 21 Aug, 2025 07:09 PM

राजस्थान में शिक्षा के क्षेत्र को नई गति मिलने जा रही है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के लगातार प्रयासों के परिणामस्वरूप, केंद्र सरकार ने 'समग्र शिक्षा' योजना के तहत प्रदेश को 3,200 करोड़ रुपये की विशाल राशि स्वीकृत की है। इस राशि से राज्य में शिक्षा...
जयपुर, 21 अगस्त। राजस्थान में शिक्षा के क्षेत्र को नई गति मिलने जा रही है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के लगातार प्रयासों के परिणामस्वरूप, केंद्र सरकार ने 'समग्र शिक्षा' योजना के तहत प्रदेश को 3,200 करोड़ रुपये की विशाल राशि स्वीकृत की है। इस राशि से राज्य में शिक्षा का आधारभूत ढांचा मजबूत होगा और बच्चों को बेहतर, आधुनिक एवं समावेशी शिक्षा उपलब्ध हो सकेगी।
हाल ही में मुख्यमंत्री शर्मा ने नई दिल्ली में केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से मुलाकात की थी। इस बैठक में उन्होंने वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए 'समग्र शिक्षा' योजना के तहत केंद्रीय अंश की राशि शीघ्र जारी करने का अनुरोध किया था। शर्मा के इस अनुरोध पर केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने अपनी सहमति दी और राशि की पहली किस्त जल्द जारी करने का आश्वासन भी दिया।
केन्द्र से प्राप्त इस महत्वपूर्ण राशि का उपयोग राज्य में शिक्षा के विभिन्न पहलुओं पर किया जाएगा। इसमें कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय और नेताजी सुभाष चंद्र बोस आवासीय विद्यालय में आवश्यक सुधार, विद्यालयों में निर्माण और मरम्मत कार्य, व्यावसायिक शिक्षा को बढ़ावा, आईसीटी और डिजिटल लैब की स्थापना, 'निपुण भारत' जैसे महत्वपूर्ण कार्यक्रम, सामुदायिक गतिशीलता, नवाचार, और समग्र शिक्षा की मॉनिटरिंग से संबंधित कार्य शामिल हैं।
मुख्यमंत्री शर्मा ने बताया कि उनकी सरकार हर बच्चे को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। यह राशि इस दिशा में एक बड़ा और सकारात्मक कदम है। इससे न केवल शिक्षा के बुनियादी ढांचे का विकास होगा, बल्कि राजस्थान के ग्रामीण और दूरस्थ क्षेत्रों के विद्यार्थियों को भी आधुनिक शिक्षा का लाभ मिल पाएगा।