Edited By Raunak Pareek, Updated: 20 Jul, 2025 04:47 PM

कांग्रेस ने ही देश में आपातकाल लगाकर लोकतंत्र की हत्या की थी। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि 1975 में कांग्रेस सरकार द्वारा लगाए गए आपातकाल में न केवल लोकतांत्रिक अधिकार छीने गए, बल्कि संविधान की मूल आत्मा को भी कुचला गया।
पूर्व विधायक एवं भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता रामलाल शर्मा ने आज भाजपा कार्यालय पर कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए कांग्रेस पार्टी पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि संविधान को सबसे बड़ा खतरा उसी कांग्रेस पार्टी से रहा है, जो आज "संविधान बचाओ" के नारे लगा रही है।
शर्मा ने कहा कि यह वैसा ही है जैसे दूध पीने वाली बिल्ली यह कहे कि दूध को बचाओ। कांग्रेस ने ही देश में आपातकाल लगाकर लोकतंत्र की हत्या की थी। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि 1975 में कांग्रेस सरकार द्वारा लगाए गए आपातकाल में न केवल लोकतांत्रिक अधिकार छीने गए, बल्कि संविधान की मूल आत्मा को भी कुचला गया।
प्रदेश प्रवक्ता ने कांग्रेस पर दोहरे मापदंड अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि आज जो नेता संविधान की दुहाई दे रहे हैं, उन्होंने ही अपने शासनकाल में संविधान के प्रावधानों का दुरुपयोग किया है। शर्मा ने कहा कि कांग्रेस वास्तव में संविधान को बचाने की नहीं, बल्कि खुद को बचाने की लड़ाई लड़ रही है।
उन्होंने 1992 की घटना का उल्लेख करते हुए कहा कि उस समय कांग्रेस ने देश में चुनी हुई भाजपा सरकारों को बर्खास्त किया था। राजस्थान में लोकप्रिय मुख्यमंत्री रहे भैरोंसिंह शेखावत की सरकार को भी अनुच्छेद 356 का दुरुपयोग कर हटाया गया।
रामलाल शर्मा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार की लोकतांत्रिक प्रतिबद्धता की सराहना करते हुए कहा कि 2014 से 2025 तक मोदी सरकार ने संविधान का सम्मान करते हुए एक भी राज्य सरकार को अनुच्छेद 356 के तहत बर्खास्त नहीं किया। यह भारतीय लोकतंत्र और संविधान के प्रति भाजपा की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
सभा में बड़ी संख्या में कार्यकर्ता, जनप्रतिनिधि एवं नागरिक मौजूद रहे। रामलाल शर्मा के संबोधन को जनता ने जोरदार तालियों से सराहा।