Edited By Shruti Jha, Updated: 30 Jul, 2025 05:52 PM

झालावाड़ में हुए दर्दनाक स्कूल हादसे का घाव अभी भरा भी नहीं था कि जैसलमेर के पूनम नगर में एक और दर्दनाक घटना ने पूरे प्रदेश को झकझोर दिया है। पूनम नगर स्थित राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय का मुख्य द्वार गिरने से सात वर्षीय छात्र अरबाज की मौत...
जैसलमेर स्कूल हादसे पर सियासत तेज: झालावाड़ के समान मुआवजे की मांग, जर्जर स्कूलों के निरीक्षण पर जोर
जैसलमेर, राजस्थान: झालावाड़ में हुए दर्दनाक स्कूल हादसे का घाव अभी भरा भी नहीं था कि जैसलमेर के पूनम नगर में एक और दर्दनाक घटना ने पूरे प्रदेश को झकझोर दिया है। पूनम नगर स्थित राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय का मुख्य द्वार गिरने से सात वर्षीय छात्र अरबाज की मौत के बाद अब इस मामले में सियासत गरमा गई है। बड़े नेताओं के बयानों के बीच, कांग्रेस जिलाध्यक्ष उम्मेद सिंह तंवर ने बुधवार (30 जुलाई, 2025) को पूनम नगर पहुंचकर मृतक छात्र के परिवार से मुलाकात की और उन्हें ढांढस बंधाया।
तंवर ने गांव के लोगों से मिलकर दुर्घटनास्थल का मौका मुआयना किया और घटना की विस्तृत जानकारी ली। उन्होंने बताया कि राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय के गेट के पिलर से दबने से अरबाज नामक छात्र की दुखद मृत्यु हो गई, और इस हादसे में एक शिक्षक के पांव भी टूट गए। तंवर ने इस घटना को "बेहद दुखद और पीड़ादायक" बताते हुए मांग की कि मृतक छात्र अरबाज और घायल शिक्षक को वही मुआवजा दिया जाए जो झालावाड़ स्कूल हादसे में मृत छात्र-छात्राओं के पीड़ित परिवारों को दिया गया है। उन्होंने सवाल उठाया कि सरकार झालावाड़ और जैसलमेर के पीड़ितों में फर्क कैसे कर सकती है?
कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने जैसलमेर जिले के पूनम नगर में पीड़ित छात्र परिवार को दस लाख रुपये का मुआवजा और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी अथवा संविदा पर नियुक्ति देने की मांग की। उन्होंने बताया कि मृतक अरबाज लोक कलाकार मेरासी परिवार का पुत्र था और यह परिवार अत्यंत गरीब है। उन्होंने दुख जताते हुए कहा कि 2021 में अरबाज के पिता की भी मृत्यु हो गई थी, ऐसे में उसके परिवार को हर संभव सहयोग मिलना आवश्यक है।
तंवर ने इस दुर्घटना से सबक लेने का आह्वान करते हुए जिला प्रशासन से संवेदनशीलता दिखाने और तत्काल प्रभाव से प्रशासन, शिक्षा विभाग और सिविल टीमों का गठन कर जिले के सभी स्कूलों के भवनों का त्वरित गति से निरीक्षण करवाने की मांग की। उन्होंने जोर दिया कि भवनों का भौतिक सत्यापन कर विस्तृत रिपोर्ट मंगवाई जाए ताकि बच्चों, अभिभावकों और शिक्षकों को किसी भी खतरे से बचाया जा सके।
उन्होंने प्रशासन और सरकार से यह भी मांग की कि जैसलमेर जिले के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में कई स्कूल भवन जर्जर हालत में हैं, जिससे किसी भी समय कोई बड़ा हादसा हो सकता है। विशेषकर बरसात के मौसम को देखते हुए, तंवर ने पीडब्ल्यूडी, इगानपा, पंचायत समिति, जिला परिषद, नगर परिषद, सिंचाई विभाग, जलग्रहण सहित सभी संबंधित विभागों के इंजीनियरों, प्रशासनिक अधिकारियों और शिक्षा विभाग के अधिकारियों की एक कुशल टीम के माध्यम से स्कूल भवनों का निरीक्षण करवाने का आग्रह किया। उनका उद्देश्य है कि भय और चिंता से ग्रस्त छात्र, अभिभावक और शिक्षक सुरक्षित रहें।
कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने जोर दिया कि पीड़ित छात्र के परिवार को इस दुख की घड़ी में प्रशासन से सहयोग और संवेदनाओं की आवश्यकता है। उन्होंने प्रशासन से उनके दुख को कम करने के साथ ही राजकीय सहायता के साथ घायल शिक्षक और छात्र का समुचित इलाज करवाने और यह सुनिश्चित करने की मांग की कि जिले में भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।