Edited By Shruti Jha, Updated: 25 Jul, 2025 10:45 AM

झालावाड़, राजस्थान: झालावाड़ जिले के मनोहरथाना इलाके के पिपलोदी गांव में आज सुबह एक दर्दनाक हादसा हो गया। यहां एक सरकारी स्कूल की जर्जर इमारत ढह जाने से 4 बच्चों की दुखद मौत हो गई है। हादसे के वक्त स्कूल में मौजूद करीब 60 से 70 बच्चों में से 32 को...
राजस्थान के झालावाड़ में स्कूल की इमारत ढही: 4 बच्चों की मौत, 32 को सुरक्षित निकाला गया, बचाव कार्य जारी
झालावाड़, राजस्थान: झालावाड़ जिले के मनोहरथाना इलाके के पिपलोदी गांव में आज सुबह एक दर्दनाक हादसा हो गया। यहां एक सरकारी स्कूल की जर्जर इमारत ढह जाने से 4 बच्चों की दुखद मौत हो गई है। हादसे के वक्त स्कूल में मौजूद करीब 60 से 70 बच्चों में से 32 को अब तक मलबे से सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है।
यह घटना सुबह 8:58 बजे (25 जुलाई, 2025) रिपोर्ट की गई और 10:31 बजे तक अपडेट की गई जानकारी के अनुसार, पूरे गांव में चीख-पुकार मच गई। स्कूल की लगभग पूरी इमारत ही ढह गई है, जिससे चारों तरफ अफरा-तफरी का माहौल है।
तत्काल बचाव अभियान: हादसे की जानकारी मिलते ही स्थानीय ग्रामीणों, स्कूल स्टाफ और शिक्षकों ने तुरंत बचाव कार्य शुरू कर दिया। जिला प्रशासन और आपदा राहत दल भी मौके पर पहुंच गए हैं। जेसीबी की मदद से तेजी से मलबा हटाया जा रहा है ताकि दबे हुए बच्चों को जल्द से जल्द बाहर निकाला जा सके।
घायलों का इलाज जारी: मलबे से निकाले गए घायल बच्चों को तुरंत मनोहरथाना अस्पताल पहुंचाया जा रहा है, जहां उनका उपचार जारी है। गंभीर रूप से घायल बच्चों को झालावाड़ के एसआरजी अस्पताल रेफर किया जा रहा है। जिला प्रशासन और चिकित्सा विभाग ने अस्पतालों में विशेष इंतजाम किए हैं। बच्चों के परिजन भी लगातार अस्पताल पहुंच रहे हैं।
मृतकों की पहचान: पुलिस ने जिन चार बच्चों की मौत की पुष्टि की है, उनके नाम हैं:
मुख्यमंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री ने जताया दुख: राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने इस घटना को "अत्यंत दुःखद एवं हृदयविदारक" बताया है। उन्होंने घायल बच्चों के समुचित उपचार सुनिश्चित करने और शोकाकुल परिजनों को शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की है। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी घटना पर दुख जताते हुए ईश्वर से कम से कम जनहानि और घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की है।
लापरवाही का नतीजा? ग्रामीणों ने बताया कि स्कूल की इमारत काफी पुरानी और लंबे समय से जर्जर अवस्था में थी, जिसकी मरम्मत नहीं की गई। शुक्रवार सुबह अचानक छत ढह गई, जिस समय बच्चे स्कूल में मौजूद थे। घटनास्थल पर दांगीपुरा थाना अधिकारी सहित भारी पुलिस बल और स्थानीय प्रशासन की टीम मौजूद है, जो तेजी से रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही है।
शिक्षा मंत्री ने दिए जांच के निर्देश: शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने जिला कलेक्टर से पूरी जानकारी ली और राहत-बचाव कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। मंत्री ने कहा कि पीड़ित बच्चों और परिवारों को हरसंभव सहायता दी जाएगी। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि इस घटना की उच्च स्तरीय जांच करवाई जाएगी और जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने चेतावनी दी कि ऐसी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और शिक्षा विभाग बच्चों की सुरक्षा के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
राजस्थान में तीसरी ऐसी घटना: यह इस साल राजस्थान में स्कूलों से जुड़ी ऐसी तीसरी बड़ी घटना है:
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इसी साल फरवरी में बीकानेर में पानी की टंकी की छत गिरने से 3 बच्चों की मौत हो गई थी।
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बाड़मेर के चोहटन में एक स्कूल की दीवार गिरने से भी एक बच्चे की जान चली गई थी। हाल ही में एनडीटीवी राजस्थान ने करौली के एक स्कूल से रिपोर्ट किया था, जहां छत से पानी टपक रहा था और बच्चे बाल्टियों के बीच पढ़ाई करने को मजबूर थे, जो जर्जर इमारतों की समस्या को उजागर करता है।