Edited By Shruti Jha, Updated: 31 Jul, 2025 04:30 PM

राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय श्री मोहनलाल सुखाड़िया की जयंती आज प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय, इंदिरा गांधी भवन, जयपुर में पुष्पांजलि कार्यक्रम के साथ मनाई गई. इस अवसर पर राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष श्री गोविंद सिंह डोटासरा सहित...
कांग्रेस ने मोहनलाल सुखाड़िया को दी श्रद्धांजलि, डोटासरा ने भजनलाल सरकार पर साधा निशाना; पंचायत चुनाव और अमेरिका-भारत संबंधों पर उठाए सवाल
जयपुर, 31 जुलाई: राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय श्री मोहनलाल सुखाड़िया की जयंती आज प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय, इंदिरा गांधी भवन, जयपुर में पुष्पांजलि कार्यक्रम के साथ मनाई गई. इस अवसर पर राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष श्री गोविंद सिंह डोटासरा सहित कई कांग्रेसजनों ने सुखाड़िया जी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी.
कार्यक्रम के बाद मीडिया से बात करते हुए प्रदेशाध्यक्ष श्री गोविंद सिंह डोटासरा ने भजनलाल सरकार पर तीखा हमला बोला. उन्होंने कहा कि प्रदेश की राजधानी सहित अन्य शहरों में अतिवृष्टि के कारण लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है, लेकिन राजस्थान सरकार लोगों की दुख-तकलीफ दूर करने की बजाय दिल्ली में हाजिरी दे रही है. मुख्यमंत्री केंद्रीय मंत्रियों, लोकसभा अध्यक्ष और प्रधानमंत्री से मिल रहे हैं, लेकिन राजस्थान की जनता को नहीं संभाल रहे हैं. डोटासरा ने आरोप लगाया कि राजस्थान में ऐसा शासन चल रहा है कि ना तो ब्यूरोक्रेट, ना ही प्रभारी मंत्री फील्ड में जा रहे हैं, केवल बयानबाजी से शासन चलाया जा रहा है.
डोटासरा ने मुख्यमंत्री के हालिया जयपुर दौरे पर भी सवाल उठाए, जिसमें वे 100 गाड़ियों के काफिले के साथ निकलकर अपनी "रील बनवा रहे थे", जिससे लोगों को आवाजाही में और अधिक कष्ट हुआ. उन्होंने कहा कि ऐसे समय में मुख्यमंत्री को निर्देश देने चाहिए थे कि प्रभारी मंत्री अपने-अपने प्रभार क्षेत्रों में जाकर नुकसान का जायजा लें और जनजीवन सामान्य करने के लिए सुझाव प्रस्तुत करें.
सरकारी भवनों की जांच और कांग्रेस के कार्यो पर समीक्षा सरकारी भवनों की जांच के मुख्यमंत्री के हालिया आदेश पर डोटासरा ने कहा कि यह सतत प्रक्रिया है और सरकार का दायित्व है कि समय-समय पर भवनों का सर्वे करवाये और मरम्मत करवाए. उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार केवल कांग्रेस के कार्यों की समीक्षा कर रही है और "अनर्गल बयानबाजी से कांग्रेस को कोसने का काम" हो रहा है. शिक्षा विभाग में भर्ती और भवन मरम्मत के मुद्दे पर डोटासरा ने कहा कि झालावाड़ में दुर्घटना होने के बाद आनन-फानन में मंत्री ने बयान दिया कि जर्जर स्कूलों की मरम्मत के लिए 159 करोड़ रुपये बजट में दिए गए हैं, लेकिन इसकी प्रशासनिक स्वीकृति बयान के सात दिन बाद जारी हुई और वित्तीय स्वीकृति व टेंडर प्रक्रिया तो अभी शुरू ही नहीं हुई है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को सभी जन उपयोगी भवनों (स्कूल, कॉलेज, प्राथमिक चिकित्सालय आदि) की मरम्मत के लिए स्पेशल पैकेज की घोषणा करनी चाहिए थी, न कि केवल कांग्रेस सरकार द्वारा पांच वर्षों में करवाए गए निर्माण कार्यों की जांच की बात करनी चाहिए थी, क्योंकि वे भवन अभी गारंटी पीरियड में हैं.
पंचायत और नगर निकाय चुनाव पर सरकार को घेरा डोटासरा ने पंचायती राज संस्थाओं और नगर निकायों के चुनाव में हो रही देरी पर भी सरकार को घेरा. उन्होंने कहा कि राज्य निर्वाचन आयोग के आयुक्त ने साफ कहा है कि सरकार की मंशा इन चुनावों को कराने की नहीं है और सरकार बार-बार बहानेबाजी कर रही है. उन्होंने आरोप लगाया कि पंचायतों और वार्डों के पुनर्गठन को कई महीने बीत गए हैं, और ओबीसी आयोग के गठन और रिपोर्ट में देरी के कारण चुनाव टल रहे हैं. डोटासरा ने मुख्यमंत्री से जनता के समक्ष स्थिति स्पष्ट करने की मांग की कि वे चुनाव कराने में सक्षम हैं या नहीं. उन्होंने कहा कि यदि मुख्यमंत्री संवैधानिक प्रावधानों के अनुसार इन संस्थाओं का चुनाव कराने में सक्षम नहीं हैं तो "दिल्ली से दूसरी पर्ची आकर सरकार में बदलाव होने चाहिए."
अमेरिका-भारत संबंधों पर केंद्र सरकार पर हमला अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर भी डोटासरा ने केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधा. उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प (संभवतः वर्तमान अमेरिकी राष्ट्रपति बिडेन का संदर्भ) द्वारा भारत पर 25% टैरिफ लगाने का मुद्दा उठाया और कहा कि केंद्र सरकार को इसका जवाब देना चाहिए. उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के लोकसभा में दिए बयान पर भी सवाल उठाए, जहां उन्होंने कहा था कि सीजफायर किसी के कहने से नहीं किया. डोटासरा ने कहा कि अगर प्रधानमंत्री ने नाम ले लिया होता तो क्या होता? उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति ने यहां तक कह दिया कि पाकिस्तान से तेल लेना पड़ेगा और भारत की अर्थव्यवस्था डुबो रहे हो, जो देश के लिए शर्मनाक है. उन्होंने प्रधानमंत्री की चुप्पी पर सवाल उठाया और कहा कि "इनसे कमजोर प्रधानमंत्री हो नहीं सकता और प्रदेश में वर्तमान सरकार से कमजोर सरकार नहीं हो सकती है."
कांग्रेस में नए सदस्यों का स्वागत कार्यक्रम के अंत में, राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव व मीडिया प्रभारी स्वर्णिम चतुर्वेदी ने बताया कि नागौर सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक के पूर्व चेयरमेन श्री महेंद्र पाल चौधरी ने अपने समर्थकों के साथ कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ग्रहण की. प्रदेशाध्यक्ष श्री डोटासरा ने उन्हें पार्टी का दुपट्टा ओढ़ाकर स्वागत किया. इस अवसर पर नागौर विधायक श्री हरेंद्र मिर्धा भी उपस्थित रहे.