Edited By Chandra Prakash, Updated: 06 Jul, 2025 07:52 PM

जोधपुर पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए लगभग तीन महीने पहले करोड़ों रुपये का सोना, चांदी और नकदी लेकर फरार हुए दो वांछित बंगाली कारीगरों को गिरफ्तार कर लिया है। ये जुड़वां भाई शहर में ज्वेलरी बनाने का काम करते थे, अब पुलिस रिमांड पर हैं और उनसे...
जयपुर/जोधपुर, 6 जुलाई 2025। जोधपुर पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए लगभग तीन महीने पहले करोड़ों रुपये का सोना, चांदी और नकदी लेकर फरार हुए दो वांछित बंगाली कारीगरों को गिरफ्तार कर लिया है। ये जुड़वां भाई शहर में ज्वेलरी बनाने का काम करते थे, अब पुलिस रिमांड पर हैं और उनसे आगे की पूछताछ की जा रही है।
डीसीपी पूर्व आलोक श्रीवास्तव ने बताया कि घटना 7 अप्रैल की है, जब प्रकाश सोनी सहित 13 व्यक्तियों ने संयुक्त रूप से पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। रिपोर्ट में बताया गया कि एनएस ज्वैलर्स, घोड़ों का चौक के मालिक शेख समीम बादशाह और उसका जुड़वां भाई शेख नसीम बादशाह, जो पश्चिम बंगाल के हुगली जिले के निवासी हैं, 2022 से गंगा सदन, घोड़ों का चौक में सोने के आभूषण बनाने का काम कर रहे थे। शिकायतकर्ताओं के अनुसार, ये दोनों भाई 6 अप्रैल की रात करीब 11 बजे लगभग लोगों का 80 तोला सोना, 9.250 किलोग्राम चांदी और 28 लाख रुपये नकद लेकर फरार हो गए थे। इस संबंध में तुरंत प्रकरण संख्या दर्ज कर अनुसंधान शुरू किया गया था।
जोधपुर पुलिस आयुक्त राजेंद्र सिंह, पुलिस उपायुक्त पूर्व आलोक श्रीवास्तव, अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त वीरेंद्र सिंह और सहायक पुलिस आयुक्त वृत्त केन्द्रीय मंगलेश चुंडावत के सुपरविजन में यह ऑपरेशन चलाया गया। थानाधिकारी सदर बाजार माणकराम बिश्नोई के नेतृत्व में पुलिस की टीमों को आरोपियों की तलाश में दो बार पश्चिम बंगाल उनके निवास स्थान भेजा गया, लेकिन पहले कोई सफलता नहीं मिली।
शनिवार 5 जुलाई को पुलिस को सूचना मिली कि आरोपी भाई न्यायालय में आत्मसमर्पण करने की कोशिश कर रहे हैं। इस सूचना पर त्वरित कार्रवाई करते हुए पुलिस टीम ने आरोपियों को दस्तयाब कर लिया। विस्तृत पूछताछ में उन्होंने कई लोगों से सोना और रुपयों का लेनदेन बकाया होने की बात स्वीकार की। गिरफ्तार किए गए आरोपी भाई शेख समीम बादशाह (25) और शेख नसीम बादशाह पुत्र शेख अनवर हुसैन (25) है। ये दोनों पश्चिम बंगाल के हुगली जिले के घोल ताजपुर के निवासी हैं और जोधपुर में एनएस ज्वैलर्स, गंगा सदन, घोड़ों का चौक पर काम करते थे।
डीसीपी श्रीवास्तव ने बताया कि इन अभियुक्तों का वारदात का तरीका बेहद शातिर था। वे कम खर्चे पर काम करने का झांसा देकर दुकानदारों और ग्राहकों का विश्वास जीतते थे और फिर अग्रिम सोना, चांदी व रुपये लेकर हड़प कर फरार हो जाते थे। रविवार को दोनों आरोपियों को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें एक सप्ताह के पुलिस कस्टडी रिमांड पर लिया गया है। पुलिस अब उनसे जब्त सोना-चांदी और नकदी की बरामदगी के संबंध में विस्तृत जांच कर रही है।