Edited By Sourabh Dubey, Updated: 13 Jul, 2025 08:23 PM

गढ़ी थाना क्षेत्र में शनिवार शाम एक अभूतपूर्व दृश्य तब सामने आया जब भाजपा विधायक कैलाश मीणा ने पुलिस के खिलाफ सीधे थाने में धरना दे दिया। विधायक का यह विरोध पुलिस की कथित निष्क्रियता और भू-माफिया से मिलीभगत के खिलाफ था।
बांसवाड़ा | गढ़ी थाना क्षेत्र में शनिवार शाम एक अभूतपूर्व दृश्य तब सामने आया जब भाजपा विधायक कैलाश मीणा ने पुलिस के खिलाफ सीधे थाने में धरना दे दिया। विधायक का यह विरोध पुलिस की कथित निष्क्रियता और भू-माफिया से मिलीभगत के खिलाफ था। रविवार को सामने आए एक वीडियो में विधायक डीएसपी सुदर्शन पालीवाल से कहते दिखे:"हाथ जोड़ता हूं, पैर पकड़ता हूं... आप नहीं आते तो सीआई को बिना कपड़े के घर जाना पड़ता। थाने में बजरी और भूमाफियाओं को बैठाए रखते हैं।"
विरोध के दो प्रमुख कारण:
1. शांतिलाल लबाना के पोते और युवती की संदिग्ध खुदकुशी (31 मई, 2025)
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गेमन पुल के पास दोनों के शव फंदे से लटके मिले
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आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप
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पुलिस की ढीली कार्रवाई, अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं
2. 2022 की ज़मीन फर्जीवाड़ा मामला (बेड़वा पंचायत)
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पीड़ित पवन बामनिया की मृत दादी की जमीन का फर्जी ट्रांसफर
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भू-माफिया तनुज पंड्या के जरिए संपत्ति कई लोगों के नाम
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एफआईआर नहीं, उल्टा पीड़ित पर झूठा मुकदमा, दिनभर थाने में बैठाया गया
विधायक ने सीआई रोहित कुमार से मिलने की कोशिश की, लेकिन संतरी ने उन्हें घर पर बताया। इस बीच हेड कांस्टेबल महिपाल द्वारा कथित बदसलूकी से नाराज विधायक थाने की सीढ़ियों पर ही धरने पर बैठ गए।
डीएसपी सुदर्शन पालीवाल मौके पर पहुंचे और विधायक को भीतर ले जाकर वार्ता की। हालांकि विधायक की तीखी प्रतिक्रिया ने यह साफ कर दिया कि वे पुलिस की कार्यप्रणाली और प्रशासनिक उदासीनता से बेहद आक्रोशित हैं।
विधायक का विरोध क्या दर्शाता है?
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पुलिस और भू-माफियाओं के गठजोड़ की आशंका
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आम लोगों की शिकायतों पर लचर कार्रवाई
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थाने की कार्यशैली में पारदर्शिता की कमी
यह घटनाक्रम न केवल प्रशासन पर सवाल खड़े करता है, बल्कि आम जनता के बीच पुलिस की साख को लेकर गंभीर चिंता का विषय बन गया है।