Edited By Raunak Pareek, Updated: 13 Jul, 2025 08:37 PM

इसी बीच एक नई बाप पार्टी उभर कर सामने आ रही है और सोशल मीडिया पर उसको लेकर जबरदस्त तरीके से बवाल मचा हुआ है। यहां तक कि भारत आदिवासी पार्टी ने खुद दूसरी पार्टी को लेकर खुलासा किया है और इस पार्टी का नाम है BAAP यानी भारत आजाद आदिवासी पार्टी।
राजकुमार रोत... भारत आदिवासी पार्टी से सांसद है और इसी पार्टी से चार विधायक भी है। इस पार्टी का प्रभाव राजस्थान में लगातार बढ़ रहा है। हालांकि एक विधायक उसका जेल में बंद है जो कि रिश्वत के मामले में फंसा हुआ है। लेकिन इसी बीच एक नई बाप पार्टी उभर कर सामने आ रही है और सोशल मीडिया पर उसको लेकर जबरदस्त तरीके से बवाल मचा हुआ है। यहां तक कि भारत आदिवासी पार्टी ने खुद दूसरी पार्टी को लेकर खुलासा किया है और इस पार्टी का नाम है BAAP यानी भारत आजाद आदिवासी पार्टी। बाप पार्टी की और से यह आरोप है कि यह बीजेपी की साजिश है। क्योंकी भारत आदिवासी पार्टी का प्रभाव जिस तरीके से आदिवासी बेल्ट में बढ़ रहा है उसको खत्म करने के लिए बीजेपी की और से नई साजिश की जा रही है।
उस साजिश के तहत एक नई पार्टी का गठन किया है ताकि बीजेपी आदिवासियों के वोट तोड़ सके। एक तरह से देखा जाए तो आदिवासियों को बांटा जा रहा है जिससे उनके वोट बैंक में सेंघ लगाई जा सके। लेकिन क्या आपको पता है कि इसकी सच्चाई क्या है? दरअसल भारत आदिवासी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता जितेंद्र मीणा ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट की है और उस पोस्ट में एक फोटो पोस्ट किया है जिस पर रेड क्रॉस लगाया है उस पर BAAP लिखा है साथ ही उनका चुनाव चिन्हे भी धनुष बांण है। जिसका पूरा नाम भारत आजाद आदिवासी पार्टी है। उस पोस्ट में जितेंद्र मीणा ने लिखा भारत आदिवासी पार्टी का प्रभाव को बढ़ता देख बीजेपी ने बाप के नाम से एक नई पार्टी बना ली है। बीजेपी वालों को लगता है कि वह इस हमें रोक लेंगे।नकली नाम से असली वालों का हक खा जाएंगे। अभी तो संसद में एक सांसद और विधानसभा में पांच विधायक हैं। अगली बार तीन गुना होंगे। नकली तो नकली रहेगा और बाप ब्रांड रहेगा। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस पार्टी की सच्चाई क्या है? आखिर कहां कि है यह पार्टी? क्या राजस्थान की है या राजस्थान के बाहर की है? तो चलिए यह भी जान लेते हैं कि आखिर इस पार्टी की सच्चाई क्या है।
दरअसल इस पार्टी के संस्थापक जो हैं उसका नाम है रवि वास्कुले। रवि वास्कुले ने पार्टी बनाई है और सोशल मीडिया पर ही इसका प्रचार प्रसार चल रहा है। अभी तक इसका रजिस्ट्रेशन नहीं हुआ है। हालांकि रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया भी चल रही है। लेकिन अभी आधिकारिक रूप से पार्टी सामने नहीं आई है। लेकिन यह भी आदिवासियों की पार्टी है। रवि वास्कुले का भी यही कहना है कि भारत आदिवासी पार्टी की तरह हम भी आदिवासियों के हक और अधिकार की बात करना चाहते हैं। आदिवासियों के लिए लड़ना चाहते हैं।
आदिवासियों के लिए काम करना चाहते हैं क्योंकि आदिवासियों के लिए बहुत कम काम हुए हैं। और इसीलिए हमने भी कोशिश की है और लगातार कोशिश कर रहे हैं कि आदिवासियों के लिए कुछ कर सके और इसीलिए नई पार्टी का गठन किया है जिसका नाम है बीएएपी यानी भारत आजाद आदिवासी पार्टी। लेकिन आपको क्या लगता है? जिस तरीके से राजकुमार रोत का प्रभाव लोगों के बीच है। यहां तक की उनका एक विधायक मध्यप्रदेश में भी है। क्या वह रोत को टक्कर दे पाएगी? क्या वह बाप पार्टी के अस्तित्व पर संकट बन पाएगी। क्या ये नई पार्टी मध्यप्रदेश में भी बाप को टक्कर दे पाएगी।