Edited By Sourabh Dubey, Updated: 24 Jul, 2025 07:59 PM

जयपुर में हाल ही में हुई भारी बारिश के बाद गिरधारीपुरा कच्ची बस्ती में जलभराव की गंभीर समस्या सामने आई। इस पर राज्य सरकार ने तुरंत संज्ञान लेते हुए स्थायी समाधान की दिशा में कदम बढ़ाया है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के निर्देश पर जयपुर विकास प्राधिकरण...
जयपुर। जयपुर में हाल ही में हुई भारी बारिश के बाद गिरधारीपुरा कच्ची बस्ती में जलभराव की गंभीर समस्या सामने आई। इस पर राज्य सरकार ने तुरंत संज्ञान लेते हुए स्थायी समाधान की दिशा में कदम बढ़ाया है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के निर्देश पर जयपुर विकास प्राधिकरण (JDA) ने इस बस्ती में जलनिकासी के लिए एक विशेष पंपिंग स्टेशन के निर्माण की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
करीब 20 साल पुरानी गिरधारीपुरा बस्ती में हर मानसून में पानी भराव की समस्या सामने आती रही है। जेडीसी आनंदी के अनुसार, इस क्षेत्र में ड्रेनेज सिस्टम का अभाव और आसपास की तुलना में बस्ती का निचला स्तर होने के कारण पानी की निकासी संभव नहीं हो पाती। अब तक हर वर्ष पंप के सहारे ही पानी हटाया जाता था।
प्राधिकरण ने बताया कि बस्ती के समीप गांधी पथ पश्चिम में सीवर लाइन का कार्य प्रगति पर है, लेकिन उसका स्तर भी बस्ती से ऊंचा है। ऐसे में केवल पंपिंग स्टेशन के माध्यम से ही पानी को सीवर तक पहुंचाया जा सकता है।
जेडीए द्वारा अब जिस पंपिंग स्टेशन का निर्माण कराया जा रहा है, उसमें 2 लाख लीटर पानी का भंडारण होगा और यह 800 मीटर दूर गांधी पथ पश्चिम की सीवर लाइन तक पानी पहुंचाने में सक्षम होगा। यह निर्माण कार्य दिसंबर 2025 तक पूर्ण कर लिया जाएगा।
इस समाधान को मूर्त रूप देने में नगरीय विकास मंत्री झाबर सिंह खर्रा की भूमिका महत्वपूर्ण रही। वहीं, 2 जुलाई 2025 को सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने जिला कलेक्टर और जेडीसी के साथ मौके का निरीक्षण कर कार्य को शीघ्र शुरू करने के निर्देश दिए थे।
जयपुर विकास प्राधिकरण ने स्पष्ट किया है कि शहर की कच्ची बस्तियों और निचले इलाकों में जलभराव को रोकना उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता है और भविष्य में भी ऐसे संवेदनशील क्षेत्रों में स्थायी समाधान सुनिश्चित किए जाएंगे।