Edited By Raunak Pareek, Updated: 09 Jul, 2025 02:53 PM

जयपुर में सेना की CSD कैंटीन के नाम पर नकली शराब बेचने वाले गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है। आबकारी विभाग और मिलिट्री इंटेलिजेंस की संयुक्त कार्रवाई में आरोपी दीपेन्द्र सिंह को पकड़ा गया, जिसके पास से नकली लेबल वाली महंगी शराब और एक गाड़ी जब्त की गई। यह...
भारतीय सेना के कैंटीन स्टोर डिपो (CSD) के नाम का दुरुपयोग कर नकली शराब बेचने वाले गिरोह के एक सदस्य दीपेन्द्र सिंह को आज शाम करीब 5 बजे झोटवाड़ा, जयपुर से गिरफ्तार किया गया। इस कार्रवाई को जयपुर आबकारी विभाग और मिलिट्री इंटेलिजेंस जयपुर की संयुक्त टीम ने अंजाम दिया।
सेना की छवि को धूमिल करने की कोशिश
पकड़े गए आरोपी के पास से 37 बोतलें महंगी IMFL (भारतीय निर्मित विदेशी शराब) बरामद हुईं, जिन पर भारतीय सेना की CSD कैंटीन का नकली लेबल चिपकाया गया था। आरोपी पुरानी और खाली शराब की बोतलें कबाड़ी से खरीदता था, जिनमें सस्ती और मिलावटी शराब भरकर उन्हें सेना की अधिकृत कैंटीन से जारी शराब के रूप में बाजार में बेचता था।
गाड़ी भी जब्त, नकली लेबलिंग का खुलासा
टीम ने आरोपी के पास से ग्रैंड विटारा गाड़ी भी जब्त की है, जिसका उपयोग यह व्यक्ति नकली शराब की आपूर्ति के लिए कर रहा था। इस प्रकार की नकली शराब के सेवन से लोगों की जान को गंभीर खतरा होता है – इससे अंधापन, किडनी फेलियर या मौत तक हो सकती है।
संयुक्त कार्रवाई से बड़ी सफलता
इस संयुक्त कार्रवाई को क्षेत्र में अवैध शराब कारोबार पर एक बड़ी चोट के रूप में देखा जा रहा है। मिलिट्री इंटेलिजेंस (MI) जयपुर और जयपुर आबकारी विभाग की टीम ने मिलकर आरोपी की पहचान कर उसे धर दबोचा। अब आबकारी अधिनियम की विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर जांच की जा रही है, और आशंका है कि यह एक बड़े नकली शराब रैकेट का हिस्सा है, जो पूरे राजस्थान और सीमावर्ती क्षेत्रों में सक्रिय हो सकता है।
राष्ट्रीय सुरक्षा और कानूनी दृष्टिकोण से गंभीर मामला
सेना के नाम और प्रतिष्ठान का इस तरह नकली लेबलिंग में दुरुपयोग न केवल कानून का उल्लंघन है, बल्कि यह रक्षा प्रतिष्ठानों की विश्वसनीयता पर सीधा हमला है। अधिकारियों ने बताया कि CSD जैसी संस्थाओं की विश्वसनीयता बनाए रखना राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा विषय है, और ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई की जाएगी।