राजस्थान कर्मचारी महासंघ का सरकार के खिलाफ बड़ा ऐलान, 5 नवंबर से निकलेगी संघर्ष चेतना यात्रा

Edited By Kuldeep Kundara, Updated: 01 Nov, 2025 06:57 PM

rajasthan employees federation makes a big announcement against the government

अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ सम्पूर्ण प्रदेश में निकालेगा संघर्ष चेतना यात्रा , 5 नवंबर से 30 नवंबर तक प्रदेश के 41 जिलों में जाएगी संघर्ष चेतना यात्रा। 5 नवंबर को महासंघ के प्रधान कार्यालय मंदिर श्री गोवर्धन नाथ जी चौड़ा रास्ता...

जयपुर  | अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ की ओर सरकार की कर्मचारी विरोधी नीतियों,  विभिन्न  निगम, बोर्ड स्वायतशासी संस्थाओ एवं यूनिवर्सिटीज में ओपीएस के स्थान पर एनपीएस लागू करने, अधीनस्थ सेवाओं के कर्मचारियों की पदोन्नति विसंगति दूर नहीं करने एवं संविदा कार्मिकों को नियमित नहीं करने के विरोध में तथा अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ के 11 सूत्री मांग पत्र को पूर्ण करवाने के लेकर आज आरटीडीसी होटल तीज में प्रेस कांफ्रेंस आयोजित करते हुए संघर्ष चेतना यात्रा निकालने की घोषणा की गई।

अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष महावीर शर्मा ने बताया कि राज्य सरकार विगत 2 वर्षों से प्रदेश के कर्मचारियों की लगातार उपेक्षा कर रही है। 20 वर्षों के निरंतर संघर्ष से प्रदेश में लागू की गई ओ पी एस को छीनते हुए पुनः एनपीएस लागू करने के आदेश जारी करने से प्रदेश के कर्मचारियों में भारी आक्रोश व्याप्त हो रहा है।

इसके अतिरिक्त बजट घोषणाओं के नाम पर कर्मचारियों से छलावा किया जा रहा है। अधीनस्थ सेवाओं के कर्मचारियों की पदोन्नति विसंगति दूर नहीं करने से कुछ संवर्गों के कर्मचारियों को पूरी सेवा काल में एक भी पदोन्नति नहीं मिल रही है,  यह एक प्रकार से उनके साथ सौतेला व्यवहार है । सरकार द्वारा बजट घोषणा संख्या 97 (02) में कैडर पुनर्गठन की  घोषणा तो की गई है लेकिन अभी तक अधीनस्थ सेवाओं के कर्मचारियों के एक भी संवर्ग के कैडर पुनर्गठन पर विचार नहीं किया गया हैँ।

प्रदेश के लाखों संविदा कर्मियों को नियमित नहीं किया जा रहा है, 8 वर्षों से तृतीय श्रेणी शिक्षकों का स्थानांतरण नहीं किया जा रहा है एवं ना ही स्पष्ट एवं पारदर्शी स्थानांतरित नीति जारी की जा रही है। ए एम एस ऐप से उपस्थिति एवं RGHS योजना में कटौती के माध्यम से कर्मचारियों को प्रताड़ना दी जा रही है।महासंघ के प्रदेश महामंत्री महावीर सिहाग ने बताया कि  नियमित पदों पर भर्ती नहीं करने से कर्मचारियों पर अत्यधिक कार्य भार का दबाव बना हुआ है। वेतन विसंगति समितियों के गठन के नाम पर कर्मचारियों से लगातार छलावा किया जा रहा है, जिसको लेकर भी कर्मचारियों में भारी आक्रोश व्याप्त है। इसको लेकर महासंघ नें प्रदेश व्यापी संघर्ष चेतना आंदोलन के पंचम चरण में प्रदेश के प्रत्येक कर्मचारी को संघर्ष के लिए तैयार रहने के लिए संघर्ष चेतना यात्रा निकालने का निर्णय किया गया है।

महासंघ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष तेज सिंह राठौड़ नें बताया कि संघर्ष चेतना यात्रा का शुभारंभ दिनांक 5 नवंबर को महासंघ  के प्रदेश कार्यालय मंदिर श्री गोवर्धन नाथ जी चौड़ा रास्ता जयपुर से किया जाएगा, यात्रा में दो संघर्ष चेतना रथ रवाना होंगे।  संघर्ष चेतन दलों को महासंघ के 1965 से अब तक के वरिष्ठ नेताओं द्वारा झंडी दिखा कर रवाना किया जाएगा  5 नवंबर से 8 नवंबर तक प्रथम चरण में प्रदेश के 15 जिलों में जाएंगे। उसके पश्चात द्वितीय एवं तृतीय चरण में शेष 26 जिलों में संघर्ष चेतना दलों के द्वारा लाखों कर्मचारियों से संवाद स्थापित कर सरकार पर पुरजोर दबाव बनाया जाएगा।

संघर्ष चेतना यात्रा के पश्चात 7 दिसंबर को राजधानी जयपुर में संघर्ष चेतना महाधिवेशन किया जाएगा। उसके पश्चात भी यदि सरकार के द्वारा महासंघ के साथ द्विपक्षीय वार्ता कर मांगो का निस्तारण नहीं किया गया तो संघर्ष चेतना महाधिवेशन में आंदोलन को वृहत स्वरूप देने पर निर्णय किया जाएगा।
 

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