Edited By Sourabh Dubey, Updated: 08 Jul, 2025 07:28 PM

प्रदेश में सुशासन और जनसेवा की दिशा में एक और प्रभावी कदम तब देखने को मिला जब उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी ने मंगलवार को आयोजित जनसुनवाई में प्रदेशभर से आए लोगों की समस्याएं न केवल सुनीं, बल्कि तत्काल समाधान के निर्देश भी दिए।
जयपुर, 8 जुलाई। प्रदेश में सुशासन और जनसेवा की दिशा में एक और प्रभावी कदम तब देखने को मिला जब उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी ने मंगलवार को आयोजित जनसुनवाई में प्रदेशभर से आए लोगों की समस्याएं न केवल सुनीं, बल्कि तत्काल समाधान के निर्देश भी दिए।
जनसुनवाई में विभिन्न जिलों से आए नागरिकों ने शिक्षा, चिकित्सा, जलापूर्ति, पेंशन, सड़क निर्माण और प्रशासनिक सेवाओं से जुड़ी कई शिकायतें रखीं। उपमुख्यमंत्री ने प्रत्येक आवेदक की समस्या को गंभीरता से सुना और संबंधित अधिकारियों को मौके पर ही निर्देश जारी किए।
“समस्याएं सुनने के लिए नहीं, समाधान के लिए हैं” – दिया कुमारी
उपमुख्यमंत्री ने स्पष्ट रूप से कहा,
> "जनता की पीड़ा को टालना नहीं, तत्काल राहत देना हमारी प्राथमिकता है। हमारी सरकार जनभावनाओं के प्रति संवेदनशील है और जवाबदेही हमारी कार्यशैली का आधार है।"
उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि कोई भी आवेदन लंबित न रहे और हर शिकायत का निस्तारण निर्धारित समयसीमा में किया जाए। जनसुनवाई को उन्होंने महज़ औपचारिकता न मानते हुए, इसे जनसेवा का जीवंत माध्यम बताया।
जनसुनवाई बनी संवेदनशील शासन की पहचान
हर सप्ताह सोमवार और मंगलवार को नियमित रूप से आयोजित की जाने वाली यह जनसुनवाई राजस्थान सरकार के संवेदनशील और जवाबदेह शासन मॉडल की मिसाल बन रही है। आज की जनसुनवाई में भी बड़ी संख्या में नागरिकों की उपस्थिति रही और वे अपने मामलों पर हुई त्वरित कार्यवाही से संतुष्ट व आश्वस्त दिखे।
जनता के बीच यह संदेश स्पष्ट है कि अब उनकी समस्याएं अनसुनी नहीं रह जातीं, बल्कि समाधान की ओर ठोस कदम उठाए जा रहे हैं।