Edited By Chandra Prakash, Updated: 18 Nov, 2024 08:01 PM
राजस्थान के शिक्षा विभाग ने लंबे समय से एक ही स्कूल में तैनात शिक्षकों पर कार्रवाई करने का निर्णय लिया है। कई शिक्षक वर्षों से एक ही जगह पर तैनात हैं, जिससे स्थानांतरण नीति का उल्लंघन हो रहा है। विभाग अब उन शिक्षकों की पहचान कर रहा है, जिन्हें अन्य...
जयपुर, 18 नवंबर 2024 । राजस्थान के शिक्षा विभाग ने लंबे समय से एक ही स्कूल में तैनात शिक्षकों पर कार्रवाई करने का निर्णय लिया है। कई शिक्षक वर्षों से एक ही जगह पर तैनात हैं, जिससे स्थानांतरण नीति का उल्लंघन हो रहा है। विभाग अब उन शिक्षकों की पहचान कर रहा है, जिन्हें अन्य स्कूलों में ट्रांसफर किया जाएगा। इसका उद्देश्य शिक्षा व्यवस्था में पारदर्शिता और संतुलन लाना है, ताकि सभी जगहों पर गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित की जा सके।
प्रदेश में अभी तक अपनी मनपंसद स्कूलों में अपना कब्जा जमाकर बैठे टीचर्स पर गाज गिरने वाली है, ऐसे टीचर्स को अब उस स्कूल को छोड़ना ही होगा जिसमें वे लंबे समय से कार्यरत हैं । इसको लेकर राजस्थान में शिक्षा विभाग जल्द ही बड़ी कार्रवाई को अंजाम देने वाला है । शिक्षा विभाग ने ऐसे टीचर्स पर कार्रवाई करने के लिए कमर कस ली है ।लिहाजा भजनलाल सरकार अब लंबे समय से अपनी मनपसंद की जगह स्कूलों में जमे बैठे टीचर्स को इधर उधर करने वाली है । आपको बता दें कि शिक्षा विभाग जल्द ही सरप्लस टीचर्स के समायोजन की प्रक्रिया शुरू करेगा, यह प्रक्रिया 25 नवंबर से शुरू हो जाएगी । उसके बाद प्रारंभिक शिक्षा विभाग को 28 नवंबर तक संभावित पदस्थापन स्थान सहित सूची तैयार कर देनी होगी । हालांकि इस पूरी प्रक्रिया पर शिक्षा मंत्री मदन दिलावर नजर बनाए हुए है, खुद शिक्षा मंत्री इस मामले में मॉनिटर कर रहे हैं । बताया जाता है कि इस प्रक्रिया में सभी श्रेणी के टीचर्स शामिल होंगे ।
जानकार सूत्रों के मुताबिक शिक्षा विभाग में इसको लेकर लंबे समय से मंथन चल रहा था । गौरतलब है कि प्रदेश के कई ऐसे स्कूल है जहां जहां टीचर्स के पद खाली पड़े हैं । वहीं दूसरी तरफ कई टीचर्स अपने राजनीतिक रसूखात के चलते अपनी मनपसंद स्कूलों अपना जमावड़ा जमा रखा है, जबकि वहां टीचर्स सरप्लस हैं । लेकिन वे अपनी अप्रोच के चलते अपने नजदीकी स्कूलों को नहीं छोड़ रहे हैं । ऐसे टीचर्स अपनी राजनीतिक जानकारी के दम पर दूसरी स्कूलों में जाने को तैयार ही नहीं और उसी स्कूल में अपने पैर पसारे बैठे हैं । जबकि दूरदराज के स्कूलों में बच्चे टीचर्स के लिए तरस रहे हैं ।
शिक्षा मंत्री की टीचर्स को ये चेतावनी !
लेकिन अब शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने साफ तौर पर ऐसे गुरुजनों को चेता दिया है, शिक्षा मंत्री का कहना है कि अब ऐसा नहीं चलने वाला है, गुरुजी को अपना मनपसंद का स्कूल छोड़ना ही होगा । चाहे वो कितनी भी अप्रोच क्यों ना रखता हो । बता दें कि शिक्षा विभाग की ओर से सरप्लस टीचर्स को प्रदेश के जिलों के विद्यालयों में एडजस्ट किया जाएगा । इन टीचर्स को महात्मा गांधी राजकीय विद्यालयों और अन्य क्रमोन्नत हुए विद्यालयों में भेजा जाएगा । ऐसे में शिक्षा मंत्री का कहना है कि शिक्षा अधिकारियों को सरप्लस टीचर्स की स्क्रूटनी करने और स्कूलों में खाली चल रहे पदों की सूची बनाने के आदेश दे दिए गए हैं ।
उल्लेखनीय है कि राजस्थान में टीचर्स के तबादलों को लेकर लंबे समय से पॉलिसी लाने की चर्चाओं का बाजार भी गर्म है, लेकिन वह अभी तक नहीं बन पाई है । लिहाजा ऐसे कई टीचर्स बरसों से दूरदराज इलाकों में बैठे हैं, जो घर के पास आने के लिए तरस रहे हैं । जबकि कई ऐसे टीचर्स भी हैं, जो बरसों से अपने घर के पास ही टिके हैं, दूर जाने का नाम ही नहीं ले रहे हैं । अब देखने वाली बात ये होगी कि ऐसे गुरुजी जो अपनी पहुंच के चलते अपने इलाके की स्कूलों में जमकर बैठे हुए थे....ऐसे टीचर्स के लिए अब सरकार की ये कार्रवाई चिंताजनक बनी हुई है ।