Edited By Chandra Prakash, Updated: 28 Jul, 2024 04:42 PM
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शनिवार को आधी रात को कई राज्यों के राज्यपालों की नियुक्ति की है । ऐसे में राजस्थान सहित 8 राज्यों को नए राज्यपाल मिल गए है । दरअसल शनिवार को देर रात राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राज्यपालों की नियुक्ति की है । अब राजस्थान...
कलराज मिश्र की जगह लेंगे हरिभाऊ किसनराव बागड़े
जयपुर, 28 जुलाई 2024 । राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शनिवार को आधी रात को कई राज्यों के राज्यपालों की नियुक्ति की है । ऐसे में राजस्थान सहित 8 राज्यों को नए राज्यपाल मिल गए है । दरअसल शनिवार को देर रात राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राज्यपालों की नियुक्ति की है । अब राजस्थान के नए राज्यपाल के रूप में महाराष्ट्र विधानसभा के पूर्व स्पीकर हरिभाऊ किसनराव बागड़े जल्द ही शपथ लेंगे । बता दें कि कलराज मिश्र का राज्यपाल के रूप में कार्यकाल 21 जुलाई को ही खत्म हो गया है । मिश्र ने 9 सितंबर 2019 को राजस्थान में राज्यपाल पद की शपथ ली थी । ऐसे में अब कलराज मिश्र की जगह हरिभाऊ किसनराव बागड़े लेने वाले हैं । इसी के साथ लोगों में ये जानने की उत्सुकता बढ़ गई कि आखिर हरिभाऊ किसनराव बागड़े की राजनीतिक शुरुआत कैसे हुई ?
हरिभाऊ बागड़े कौन, राजनीति में कैसे पड़े इनके कदम ?
तो चलिए आज हम आपको बताते है कि हरिभाऊ किसनराव बागड़े कौन हैं ?, इन्होंने राजनीतिक शुरूआत कैसे की ? । राजस्थान के नए राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े को महाराष्ट्र की राजनीति में दिग्गज नेताओं के रूप में जाना जाता है । महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष के साथ ही वे महाराष्ट्र सरकार में रोजगार मंत्री भी रह चुके हैं, उन्होंने 13 साल की उम्र में ही आरएसएस ज्वॉइन कर लिया और देखते ही देखते वे आरएसएस कार्यकर्ता के रूप में लोकप्रिय होते चले गए । ऐसे में आरएसएस से बीजेपी में आने के बाद भाजपा ने पहली बार 1985 में उन्हे टिकट दिया गया । जिसके बाद हरिभाऊ पहली बार औरंगाबाद पूर्वी सीट से जीत दर्ज कर विधायक बने और महाराष्ट्र विधानसभा पहुंचे । आपको बता दें कि बागड़े औरंगाबाद के फुलंबरी विधानसभा सीट से 5 बार विधायक भी रह चुके हैं, हरिभाऊ को लोग नाना कहकर भी बुलाते थे ।
13 साल की उम्र में आरएसएस में हुए शामिल
गौरतलब है कि हरिभाऊ का जन्म 17 अगस्त 1945 में महाराष्ट्र के औरंगाबाद के चित्तेपिम्पला गांव में मराठा किसान परिवार में हुआ था । बताया जाता है कि इनको खेती से लगाव होने के कारण घर में कृषि योग के नाम से भी बुलाया जाता था । उनकी पढ़ाई औरंगाबद के सरस्वती भवन शाला पिपरिराजा से हुई। वह महज 10वीं क्लास तक ही पढ़ पाए । इसके बाद उन्होंने 13 साल की उम्र में ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में शामिल हो गए । हालांकि हरिभाऊ का जन्म बहुत ही गरीबी में बीता । वहीं वे किसान परिवार से होने के कारण उनके पिता के काम में हाथ बंटाते थे । इस दौरान उन्होंने घर-घर जाकर अखबार भी बेचे, इसके साथ ही खेती किसानी की । वहीं हरिभाऊ ने फूलंबरी निर्वाचन क्षेत्र से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के कल्याण काले को हराकर 2014 का चुनाव जीता । तब महाराष्ट्र में पहली बार बीजेपी की सरकार बनी तो भाजपा ने उनको महाराष्ट्र विधानसभा का अध्यक्ष नियुक्त किया । वे 2019 के चुनाव में भी जीत हासिल कर विधायक बने थे । साथ ही वे महाराष्ट्र सरकार में कैबिनेट मंत्री भी रह चुके हैं ।
राजस्थान के दिग्गज गुलाबचंद कटारिया को असम से भेजा पंजाब
इसी के साथ असम के राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया को पंजाब भेज दिया गया है । ऐसे में अब गुलाबचंद कटारिया पंजाब के राज्यपाल होंगे । कटारिया अब तक असम के राज्यपाल थे, उन्हें पंजाब के साथ ही चंडीगढ़ प्रशासक की भी
जिम्मेदारी दी गई है । उदयपुर के रहने वाले कटारिया पूर्व में राजस्थान के गृहमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भी रह चुके हैं ।
राजस्थान की राजनीति में दबदबा रखने वाले ओम माथुर अब होंगे सिक्किम के नए राज्यपाल
वहीं बीजेपी के वरिष्ठ नेता ओम प्रकाश माथुर को सिक्किम का राज्यपाल नियुक्त किया गया है । हालांकि ओम माथुर का नाम पहले बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए भी सियासी चर्चाओं में आया था । लेकिन राष्ट्रपति ने ओम माथुर को सिक्किम का राज्यपाल बना राष्ट्रीय अध्यक्ष की दौड़ से बाहर कर दिया है । हालांकि राजस्थान के पाली जिले के ओम माथुर पूर्व में गुजरात के प्रभारी भी रह चुके हैं, इसी के साथ बीजेपी संगठन में कई बड़े पदों पर भी माथुर रह चुके हैं, वहीं कई बार पीएम मोदी के करीबी माने जाने वाले माथुर का नाम राजस्थान के मुख्यमंत्री पद के लिए भी सामने आ चुका है । बता दें कि बीजेपी के वरिष्ठ नेता माने जाने वाले ओम माथुर का मारवाड़ समेत राजस्थान की राजनीति में बड़ा दबदबा है ।
राज्यपालों की लिस्ट में राजस्थान को जगह मिलने से प्रदेश में खुशी की लहर
दरअसल राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राज्यपालों की लिस्ट में राजस्थान के नेताओं को जगह दी है । बता दें कि नए राज्यपालों की इस लिस्ट में राजस्थान बीजेपी के बड़े नेताओं को तवज्जों मिली है । जिससे राजस्थान बीजेपी के साथ ही पूरे प्रदेश में खुशी की लहर दौड़ पड़ी है । ऐसे में सोशल मीडिया पर भी गुलाबचंद कटारिया और ओमप्रकाश माथुर को खूब बधाइयां मिल रही है ।