Edited By Sourabh Dubey, Updated: 15 Jul, 2025 07:32 PM

राजस्थान सरकार ने राज्य को मेडिकल वैल्यू ट्रेवल (MVT) के एक प्रमुख केंद्र के रूप में विकसित करने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में "हील इन राजस्थान नीति–2025" को मंजूरी दी गई।
जयपुर। राजस्थान सरकार ने राज्य को मेडिकल वैल्यू ट्रेवल (MVT) के एक प्रमुख केंद्र के रूप में विकसित करने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में "हील इन राजस्थान नीति–2025" को मंजूरी दी गई। इसका उद्देश्य राजस्थान को सुलभ, किफायती और विश्वस्तरीय स्वास्थ्य सेवाओं वाला मेडिकल डेस्टिनेशन बनाना है।
मुख्यमंत्री का मानना है कि राजस्थान में 8,000+ अस्पताल, 40+ मेडिकल कॉलेज और सशक्त निजी हेल्थ सेक्टर मौजूद होने से यह प्रदेश देश-विदेश के मरीजों और पर्यटकों के लिए आदर्श चिकित्सा स्थल बन सकता है। Rs 27,660 करोड़ के बजटीय प्रावधान के साथ सरकार ने पहले ही इस दिशा में मजबूत आधार तैयार किया है।
नीति की प्रमुख बातें
-
मल्टी-स्पेशियलिटी अस्पतालों में अंतरराष्ट्रीय मानकों की स्वास्थ्य सेवाएं
-
आयुर्वेद, योग, यूनानी और सिद्ध चिकित्सा को मिलेगा बढ़ावा
-
MVT पोर्टल व मोबाइल एप, जिसमें टेलीमेडिसिन, टेलीकंसल्टेशन और बायोटेक सेवाएं
-
बहुभाषी हेल्पलाइन से विदेशी सैलानियों को भाषा की सुविधा
-
PPP मॉडल और वायबिलिटी गैप फंडिंग के ज़रिए निजी निवेश को मिलेगा बढ़ावा
-
राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय मेडिकल टूरिज्म मेलों में भागीदारी
-
सिंगल विंडो पोर्टल और MVT सेल की स्थापना
-
रोजगार, निवेश और पर्यटन को मिलेगा बूस्ट
राजस्थान का दोहरा आकर्षण – इलाज और पर्यटन
यह नीति "एक पंथ दो काज" की भावना को चरितार्थ करेगी — पर्यटक राजस्थान की ऐतिहासिक धरोहरें देखने के साथ-साथ उत्तम स्वास्थ्य सेवाओं का भी लाभ ले सकेंगे। इससे राजस्थान मेडिकल टूरिज्म के वैश्विक मानचित्र पर एक प्रमुख गंतव्य के रूप में स्थापित होगा।