Edited By Raunak Pareek, Updated: 28 Aug, 2025 04:47 PM

राजस्थान में सामान्य से 53.33% अधिक बारिश दर्ज। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और सिविल डिफेंस की टीमें 24x7 राहत और बचाव कार्य में जुटीं। अब तक 792 लोग सुरक्षित रेस्क्यू।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के निर्देशानुसार प्रदेश में अतिवृष्टि प्रभावित क्षेत्रों में राहत एवं बचाव कार्य व्यापक स्तर पर जारी हैं। विभिन्न क्षेत्रों में NDRF, SDRF एवं सिविल डिफेंस की टीमों द्वारा भारी बारिश से प्रभावित क्षेत्रों से 792 व्यक्तियों का सकुशल रेस्क्यू किया गया है।
SDRF की 57, NDRF की 7 टीमें बचाव और राहत कार्य में निरन्तर सक्रिय –
SDRF नियमों के अनुसार अतिवृष्टि के दौरान डूबने, बहने तथा आकाशीय बिजली के गिरने से मृत्यु होने पर मृतक के आश्रितों को 4 लाख रूपये की राशि दी जा रही है। प्रदेशभर में अतिवृष्टि प्रभावित क्षेत्रों में SDRF की 57 और NDRF की 7 टीमें 24*7 बचाव एवं राहत कार्यों में लगी हुई हैं। वहीं, सिविल डिफेंस की टीमें भी निरन्तर रूप से कार्य कर रही है। प्रभावित क्षेत्रों से लोगों को एयरलिफ्ट करने के लिए भारतीय वायु सेना का हेलिकॉप्टर भी नियोजित किया गया है। इसी तरह, प्रभावित लोगों को राहत शिविरों के माध्यम से आश्रय प्रदान किया जा रहा है तथा प्रभावित क्षेत्रों में क्षतिग्रस्त मकानों एवं सार्वजनिक भवनों का सर्वे भी करवाया जा रहा है।
अब तक 528.60 एमएम वर्षा दर्ज हुई
उल्लेखनीय है कि प्रदेश में इस मानसून के दौरान अब तक (26 अगस्त) कुल 528.60 एमएम वर्षा दर्ज हुई है जो कि सामान्य वर्षा 344.74 एमएम से 53.33 प्रतिशत अधिक है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा अतिवृष्टि से प्रभावित क्षेत्रों की लगातार मॉनिटरिंग कर रहे हैं। उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों को विशेष सतर्कता बरतने एवं NDRF, SDRF तथा पुलिस प्रशासन को मुस्तैद रहने के निर्देश दिए हैं।