Edited By Chandra Prakash, Updated: 31 Aug, 2025 06:17 PM

प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में देशवासियों से वोकल फॉर लोकल को प्रोत्साहन देते हुए आत्मनिर्भर और विकसित भारत के लक्ष्य की ओर प्रतिबद्धता के साथ कार्य करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि आने वाले त्योहारी सीजन में आमजन उपहार, पहनावे, सजावट और रोशनी...
जयपुर, 31 अगस्त 2025। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को 'मन की बात' कार्यक्रम की 125वीं कड़ी में देशवासियों को संबोधित किया। मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा ने मुख्यमंत्री निवास पर 'मन की बात' कार्यक्रम को सुना।
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में देशवासियों से वोकल फॉर लोकल को प्रोत्साहन देते हुए आत्मनिर्भर और विकसित भारत के लक्ष्य की ओर प्रतिबद्धता के साथ कार्य करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि आने वाले त्योहारी सीजन में आमजन उपहार, पहनावे, सजावट और रोशनी में स्वदेशी को गर्व से अपनाएं। उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया का ध्यान भारत की तरफ है। भारत में छिपी संभावनाओं पर दुनिया-भर की नजर है। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारतीय संस्कृति की विश्व के सभी हिस्सों में प्रभाव बढ़ा है और रामायण और महाभारत के प्रति प्रेम और श्रद्धा में वृद्धि हुई है।
राजस्थान में सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए उठाएं महत्वपूर्ण कदम - मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री का संबोधन आमजन में नई ऊर्जा का संचार करता है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में अक्षय ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध होकर कार्य कर रही है। साथ ही, महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं। उन्होंने कहा कि राजस्थान पहली बार खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स की मेजबानी करने जा रहा है। इस खेल आयोजन से प्रदेश की खेल प्रतिभाओं को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाने का अवसर मिलेगा तथा यह आयोजन खेल के क्षेत्र में राजस्थान को नई पहचान भी दिलाएगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि देश की एकता और विकास के लिए ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ की भावना बहुत जरूरी है और खेल इसमें बड़ी भूमिका निभाते हैं। जो खेलता है, वहीं खिलता है। उन्होंने जम्मू-कश्मीर में युवाओं की खेलों के प्रति बढ़ती रूचि के बारे में जानकारी देते हुए पुलवामा स्टेडियम में पहली बार आयोजित हुए डे-नाइट क्रिकेट मैच और डल झील पर पहले खेलों इंडिया वाटर स्पोर्ट्स फेस्टिवल का जिक्र किया, जिनमें सैकड़ों युवाओं ने भाग लिया।
मोदी ने कहा कि सौर ऊर्जा से किसानों की जिंदगी बदल रही है। वही खेत, वही मेहनत, वही किसान, लेकिन मेहनत का फल कहीं ज्यादा मिल रहा है। किसानों की आय में वृद्धि हो रही है। उन्होंने बिहार की सोलर दीदी श्रीमती देवकी का जिक्र करते हुए कहा कि श्रीमती देवकी ने सोलर पंप की स्थापना की, जिसके माध्यम से 40 एकड़ से ज्यादा क्षेत्र में पानी पहुंचाया जा रहा है। जबकि पहले कुछ ही एकड़ में खेती हो पाती थी। उनकी मेहनत और दूरदर्शिता ने दिखा दिया है कि सौर ऊर्जा सिर्फ बिजली का साधन नहीं है, बल्कि ये गांव-गांव में नई रोशनी लाने वाली एक नई शक्ति भी है। उन्होंने सूरत में कार्यरत सिक्योरिटी गार्ड श्री जितेन्द्र सिंह राठौड़ की अद्भुत पहल का जिक्र किया, जो हर देशभक्त के लिए प्रेरणादायी है। पिछले कुछ वर्षों से वो उन सभी जवानों के बारे में जानकारियां जुटा रहे हैं, जिन्होंने भारत माता की रक्षा में अपने प्राण न्यौछावर किए हैं। साथ ही, उनके पास ढ़ाई हजार से ज्यादा शहीद जवानों के माता-पिता के चरणों की मिट्टी भी है।
इस दौरान प्रधानमंत्री ने प्रतिभा सेतु पोर्टल का जिक्र किया, जिसके अंतर्गत प्रतियोगी परीक्षाएं के उन उम्मीदवारों का डाटा संग्रहित किया जाता है जिन्होंने परीक्षा के कई चरण पास किए लेकिन अंतिम सूची में चयनित नहीं हो पाए। इस पोर्टल के माध्यम से निजी कंपनियों द्वारा सैकड़ों उम्मीदवारों को नियुक्तियां दी जा रही हैं।