Edited By Kuldeep Kundara, Updated: 03 Aug, 2025 03:12 PM

राजस्थान में अब मरीजों के इलाज की प्रक्रिया और आसान हो गई है। राज्य सरकार ने एक नई व्यवस्था लागू की है, जिसके तहत मरीजों का उपचार रिकॉर्ड ऑनलाइन होगा। अब मरीजों को इलाज के लिए पुराना मेडिकल रिकॉर्ड साथ रखने की आवश्यकता नहीं होगी।
राजस्थान में अब मरीजों के इलाज की प्रक्रिया और आसान हो गई है। राज्य सरकार ने एक नई व्यवस्था लागू की है, जिसके तहत मरीजों का उपचार रिकॉर्ड ऑनलाइन होगा। अब मरीजों को इलाज के लिए पुराना मेडिकल रिकॉर्ड साथ रखने की आवश्यकता नहीं होगी। मिशन निदेशक डॉ. अमित यादव ने प्रदेश के सभी चिकित्सा अधिकारियों को आदेश जारी किए हैं कि अस्पतालों में आईएचएमएस (IHMS) सॉफ्टवेयर के फॉर्मेसी मॉड्यूल में दवाओं की पर्चियां ऑनलाइन दर्ज की जाएं।
ऑनलाइन डेटा से बदलेंगे हालात
मरीज का पूरा उपचार इतिहास पोर्टल पर उपलब्ध रहेगा। चिकित्सक द्वारा लिखी गई दवा ही फॉर्मेसी से दी जाएगी, जिससे गलत दवा देने की समस्या खत्म होगी। दवाओं का स्टॉक ऑनलाइन अपडेट होने से मरीजों को "दवा नहीं है" जैसी परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। दवाओं की कमी पर सरकार सीधी निगरानी रख सकेगी।
इलेक्ट्रॉनिक हेल्थ कार्ड की सुविधा
सरकार इलेक्ट्रॉनिक हेल्थ कार्ड भी तैयार कर रही है। इसके बाद मरीज को राजस्थान में कहीं भी इलाज कराने पर डॉक्टर को सिर्फ पोर्टल पर क्लिक करके उसका पूरा रिकॉर्ड मिल जाएगा — चाहे वह जिला अस्पताल हो या सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र।
जांच रिपोर्ट भी होगी ऑनलाइन
सरकार की योजना है कि ब्लड प्रेशर, शुगर, कोलेस्ट्रॉल, हिमोग्लोबिन जैसी जांच रिपोर्ट भी पोर्टल पर उपलब्ध हों। इससे डॉक्टर को उपचार में आसानी होगी और मरीज का समय बचेगा। नई व्यवस्था से मरीजों को बार-बार रिकॉर्ड संभालकर ले जाने की झंझट नहीं होगी और उन्हें किसी भी सरकारी अस्पताल में तुरंत और सटीक इलाज मिल सकेगा।