Edited By Shruti Jha, Updated: 23 Jul, 2025 04:07 PM

राजस्थान उच्च न्यायालय को आज सात नए न्यायाधीश मिल गए हैं, जिससे न्यायपालिका में लंबित मामलों की सुनवाई में तेज़ी आने और न्यायिक व्यवस्था के सुदृढ़ीकरण की उम्मीद जगी है। इन नवनियुक्त जजों को मुख्य न्यायाधीश के.आर. श्रीराम ने शपथ दिलाई, जिसके बाद हाई...
राजस्थान हाई कोर्ट को मिले 7 नए जज: लंबित मामलों में आएगी तेज़ी, कुल संख्या 43 हुई
जयपुर, 23 जुलाई 2025 – राजस्थान उच्च न्यायालय को आज सात नए न्यायाधीश मिल गए हैं, जिससे न्यायपालिका में लंबित मामलों की सुनवाई में तेज़ी आने और न्यायिक व्यवस्था के सुदृढ़ीकरण की उम्मीद जगी है। इन नवनियुक्त जजों को मुख्य न्यायाधीश के.आर. श्रीराम ने शपथ दिलाई, जिसके बाद हाई कोर्ट में कार्यरत जजों की कुल संख्या बढ़कर 43 हो गई है। यह राजस्थान हाई कोर्ट के इतिहास में पहली बार है जब इतनी बड़ी संख्या में न्यायाधीश एक साथ कार्य करेंगे। इससे पहले जुलाई 2023 में 41 न्यायाधीश कार्यरत थे, जबकि स्वीकृत पदों की कुल संख्या 50 है।
शपथ ग्रहण समारोह और नई नियुक्तियां
शपथ ग्रहण समारोह मुख्य न्यायाधीश के कोर्ट रूम में गरिमापूर्ण माहौल में आयोजित किया गया। केंद्र सरकार ने मंगलवार को ही इन सात नामों को अपनी मंजूरी दी थी, जिसके बाद राष्ट्रपति भवन से सभी के नियुक्ति वारंट जारी कर दिए गए थे। इन नियुक्तियों में छह न्यायाधीश अधिवक्ता कोटे से और एक न्यायाधीश न्यायिक अधिकारी कोटे से शामिल हैं।
न्यायिक अधिकारी कोटे से संगीता शर्मा को न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया है। वहीं, अधिवक्ता कोटे से जिन प्रतिष्ठित नामों को मंजूरी मिली है, उनमें संदीप तनेजा, बिपिन गुप्ता, अनुरूप सिंघी, रवि चिरानिया, बलजिंदर सिंह संधू और संजीत पुरोहित शामिल हैं।
न्यायिक प्रक्रिया में तेज़ी की उम्मीद
इन नियुक्तियों को न्यायपालिका की कार्यप्रणाली में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। राजस्थान हाई कोर्ट में लंबित मामलों की बढ़ती संख्या को देखते हुए, नए न्यायाधीशों की नियुक्ति से मुकदमों के निपटारे में गति आएगी। यह कदम न्यायिक व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ बनाने तथा आम जनता को त्वरित न्याय सुनिश्चित करने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा।