Edited By Kailash Singh, Updated: 12 Aug, 2025 02:54 PM

राजस्थान में सरकारी नौकरी पाने के लिए एक चौंकाने वाला फर्जीवाड़ा सामने आया है। तलाकशुदा महिलाओं के लिए आरक्षित 2% कोटे का फायदा उठाने के लिए कुछ अभ्यर्थी फर्जी तलाक के कागजात बनवा रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कई महिलाएं पहले कागजों में तलाक...
जयपुर। राजस्थान में सरकारी नौकरी पाने के लिए एक चौंकाने वाला फर्जीवाड़ा सामने आया है। तलाकशुदा महिलाओं के लिए आरक्षित 2% कोटे का फायदा उठाने के लिए कुछ अभ्यर्थी फर्जी तलाक के कागजात बनवा रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कई महिलाएं पहले कागजों में तलाक लेती हैं, उसी आधार पर नौकरी पाती हैं और फिर दोबारा शादी कर लेती हैं।
इस चाल से असली हकदार उम्मीदवारों का अधिकार छिन रहा है। अब राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड और स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG) ने ऐसे मामलों पर सख्त नजर रखी है। बोर्ड के अध्यक्ष मेजर जनरल आलोक राज ने साफ चेतावनी दी है—भर्ती में फर्जीवाड़ा बर्दाश्त नहीं होगा और दोषियों पर कठोर कार्रवाई होगी।
तलाकशुदा कोटे की कटऑफ सामान्य व अन्य श्रेणियों से काफी कम होने के कारण कुछ अभ्यर्थी इस कैटेगरी में आने के लिए झूठे दस्तावेज तैयार कर रहे हैं। जांच में सामने आया है कि कई महिलाएं ‘तलाकशुदा’ का दावा करते हुए भी विवाहित जीवन बिता रही थीं।
फर्जीवाड़ा सिर्फ तलाकशुदा कोटे तक सीमित नहीं है—ईडब्ल्यूएस सर्टिफिकेट में भी गड़बड़ी के मामले मिले हैं। कई अभ्यर्थी पात्र न होते हुए भी फर्जी ईडब्ल्यूएस सर्टिफिकेट बनवा रहे हैं। बोर्ड ने आमजन से अपील की है कि ऐसे मामलों की तुरंत शिकायत करें ताकि असली हकदारों का हक सुरक्षित रह सके।