Edited By Shruti Jha, Updated: 22 Jul, 2025 05:47 PM

भीलवाड़ा जिले की बागोर थाना पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए पॉक्सो एक्ट के मामले में फरार चल रहे 5000 रुपये के इनामी अपराधी पूरणदास को उज्जैन से गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी महाकाल मंदिर में अपना भेष बदलकर छिपा हुआ था।
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भीलवाड़ा: महाकाल के वेश में छुपा पॉक्सो एक्ट का फरार आरोपी उज्जैन से गिरफ्तार
भीलवाड़ा। भीलवाड़ा जिले की बागोर थाना पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए पॉक्सो एक्ट के मामले में फरार चल रहे 5000 रुपये के इनामी अपराधी पूरणदास को उज्जैन से गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी महाकाल मंदिर में अपना भेष बदलकर छिपा हुआ था।
पुलिस अधीक्षक द्वारा घोषित 5 हजार रुपये के इनामी अपराधी पूरणदास पिता रतनदास वैष्णव (24) निवासी फलासिया, थाना भूपाल सागर, जिला चित्तौड़गढ़ को एक विशेष टीम ने दबिश देकर पकड़ा।
बागोर थाना प्रभारी भंवरलाल ने बताया कि 9 मई 2024 को परिवादी मुकेश सेन निवासी लसाडिया ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उनकी नाबालिग पुत्री 8 मई की रात को बिना बताए कहीं चली गई थी। इस पर पुलिस ने तुरंत एक टीम गठित कर तलाश शुरू की। नाबालिग को बाद में लसकाना, गुजरात से दस्तयाब कर लिया गया था। इस मामले में पुलिस ने पूर्व में आरोपी हेमंत सुथार निवासी लसाडिया और चंद्र प्रकाश सिंह निवासी फलासिया, चित्तौड़गढ़ को गिरफ्तार किया था, लेकिन उनका तीसरा साथी पूरणदास तभी से फरार चल रहा था।
फरार आरोपी पूरणदास पर पुलिस अधीक्षक ने 5 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था। हाल ही में पुलिस को सूचना मिली कि आरोपी उज्जैन के महाकाल मंदिर में अपना वेश बदलकर छिपा हुआ है। सूचना के आधार पर, थानाधिकारी भंवर लाल के नेतृत्व में एक विशेष टीम ने उज्जैन में दबिश दी और फरार आरोपी को सफलतापूर्वक गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस टीम में शामिल थे: इस महत्वपूर्ण गिरफ्तारी को अंजाम देने वाली टीम में थानाधिकारी भंवर लाल के साथ-साथ रवि कुमार, जितेंद्र प्रताप सिंह, मुस्ताक मोहम्मद और आत्माराम शामिल थे।
मामले से जुड़े मुख्य बिंदु:
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आरोपी की पहचान: पूरणदास पिता रतन दास वैष्णव, उम्र 24 साल, निवासी फलासिया, थाना भूपाल सागर, जिला चित्तौड़गढ़।
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गिरफ्तारी का स्थान: उज्जैन महाकाल मंदिर परिसर।
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दर्ज प्रकरण: आरोपी पूरणदास के खिलाफ प्रकरण संख्या 84/2024, धारा 363 भारतीय दंड संहिता (भादंसं) में दर्ज किया गया था।
यह गिरफ्तारी पुलिस की सक्रियता और तकनीकी दक्षता का एक बड़ा उदाहरण है, जिसने एक गंभीर अपराध के फरार आरोपी को दूर-दराज के इलाके से ढूंढ निकाला।