Edited By Kuldeep Kundara, Updated: 04 Dec, 2025 06:10 PM

राज्य पर्यावरण प्रभाव मूल्यांकन प्राधिकरण (SEIAA) एवं राज्य विशेषज्ञ मूल्यांकन समिति (SEAC) द्वारा पर्यावरण स्वीकृति (EC) तंत्र में आ रही समस्याओं के जल्द निस्तारण के उद्देश्य से विशेष कार्यशाला का आयोजन किया गया।
जयपुर । राज्य पर्यावरण प्रभाव मूल्यांकन प्राधिकरण (SEIAA) एवं राज्य विशेषज्ञ मूल्यांकन समिति (SEAC) द्वारा पर्यावरण स्वीकृति (EC) तंत्र में आ रही समस्याओं के जल्द निस्तारण के उद्देश्य से विशेष कार्यशाला का आयोजन किया गया। यह आयोजन गुरुवार को राजस्थान फॉरेस्ट्री एंड वाइल्डलाइफ ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट, जयपुर में किया गया। इस एक दिवसीय कार्यशाला में विषय विशेषज्ञों द्वारा शिक्षा और प्रशिक्षण के लिए राष्ट्रीय प्रत्यायन बोर्ड (NABET) के मान्यता प्राप्त कंसल्टेंट्स को जानकारी दी गई।
SEIAA के अध्यक्ष मुनिश कुमार गर्ग ने कहा कि सस्टेनेबल ग्रोथ के लिए EC तंत्र को मजबूत और प्रभावी बनाना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि इसमें आ रही समस्याओं के जल्द निस्तारण के उद्देश्य से कंसल्टेंट्स के लिए इस क्षमता वर्धन कार्यशाला का आयोजन किया गया ताकि परियोजनाएं पर्यावरणीय मानकों के अनुरूप संचालित हो सकें। मुनिश कुमार गर्ग ने बताया कि इस कार्यशाला का उद्देश्य पर्यावरणीय स्वीकृति से जुड़े नवीनतम नियमों, प्रक्रियाओं तथा तकनीकी आवश्यकताओं के बारे में विषय विशेषज्ञों द्वारा जानकारी दी जाएगी।
कार्यशाला में प्रतिभागियों ने सक्रिय भाग लिया, इस दौरान केस स्टडी जैसे सत्र आयोजित किए गए। कार्यशाला में शासन सचिव, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग एवं पदेन सदस्य सचिव, SEIAA विजय एन, SEIAA के सदस्य मनफूल सिंह, SEAC प्रथम के अध्यक्ष अजय गुप्ता सहित SEIAA एवं SEAC के अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद रहे।