Edited By Chandra Prakash, Updated: 19 Jul, 2025 05:51 PM

विद्यालय का शपथ ग्रहण समारोह नेतृत्य का प्रतीक है। एक ऐसा नेतृत्य जिसमें सहयोग अनुशासन सहनशीलता और सेवा की भावना हो. जो न केवल अपने कार्यों से बकि अपने आचरण और व्यहार से भी पद की गरिमा बनाए रखें। ऐसी ही उत्साह भरी आंध्र गए वामित्यों को निभाने के लिए...
जयपुर, 19 जुलाई 2025 । विद्यालय का शपथ ग्रहण समारोह नेतृत्य का प्रतीक है। एक ऐसा नेतृत्य जिसमें सहयोग अनुशासन सहनशीलता और सेवा की भावना हो. जो न केवल अपने कार्यों से बकि अपने आचरण और व्यहार से भी पद की गरिमा बनाए रखें। ऐसी ही उत्साह भरी आंध्र गए वामित्यों को निभाने के लिए शपथ ग्रहण कार्यक्रम का इंतजार कर रही थी। यह मौका था सीधलिंग मॉडर्न हाई स्कूल के 12 विद्यादियों के नव नियुका पदाधिकारियों के क्रम में शपथग्रहण समारोह का।
मात्रओं को अपने देशों की प्रति के लिए दिव्य शक्तियों के आशीर्वाद हेतु सा सरस्वती वंदना के साथ डायरेक्टर स्वर्गीय मोहिनी बरशी पर पुष्पाजलि के साथ कका रंग विद्यालय के सीईओ व डायरेक्टर तथा जयपुर नेशनल यूनिवर्सिटी के चांसलर संदीप बक्शी तथा एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर डॉ. प्रीति बक्शी ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया।
कति ऊर्जावान व उत्साहित विद्यार्थियों को एग्जीक्यूटिव रेकी. वीति बसशी ने आशावादी कर्तव्यनिष्धा के साथ नए त्वयों की ओर बढ़ने को हाय दिलाई तथा वैफोडिल लेवेंबर आर्किड तथा प्रिमो चारों सदन के कैप्टन याइसकैप्टन एक्सपोराहेड गुडविल एंबेसडर कल्वरलहेड, सोसाइटी हेड तथा कंडक्ट मॉनिटर को कर्तव्यनिष्ठा की शपथ दिलाई। नवनिर्वाचित स्कूलबैंड के साथ कसले पंदाधिकारियों को घर बुलाया गया। उसके बाद भूतपूर्व छात्र कारियों द्वारा हुल प्रहास चने के साथ उत्तरदायिका मी हस्तांतरण किया गया।
सीडलिंग स्कूल समूह के सीईको डायरेक्टर तथा जयपुर नेशनल यूनिवर्सिटी के बांसलर डॉ. संदीप बशी ने हेड गर्ल्स समृद्धि कुतवाल तथा आयुषी गोयल को तिलक लगाकर व बैज पहनाकर अपनी क्षमताओं को पहचान कर विद्यालय को एक नए मरम पर पहुंचाने का माशीर्वाद दिया। हासकैप्टन के साथ अन्य पदाधिकारियों को अध्यापक गग ने तिलक र कैत गाकर अपने पद की गरिमा बनाए रखने का आशीर्वाद दिया।
सायनेकार डॉ. प्रीति बक्शी ने कहा कि आज की शिक्षा का उद्देश्य सिर्फ ज्ञान देना नहीं, बल्कि आपको एक अच्छा इंसान बनाना भी है एक ऐशा नागरिक जो दूसरों की भावनाओं को समझे, उनके दुख में सहभागी बने और समाज में सौहार्द का वातावरण बनाए। धर्म, भाषा, जाति जैसे भेदभाव हमें बांट सकते हैं, लेकिन इंसानियत हमें जोड़ती है और यही समय है कि हम इंसानियत को सबसे ऊपर रखें हमें विश्वास है कि आपका योगदान हमारे विद्यालय तथा देश को नई ऊँयाइयों तक पहुँचाएगा।
कार्यक्रम की अंत में नियुक्तकारियों ने एकता सदभाव और अहिंसा के मार्ग पधारकन कारा, साहित्य और सामाजिक कार्यक्रयों में छात्रों की सहभागिता सुनिश्चित कर दुनिया की एक बेहतर और शांतिपूर्ण बनाने का वादा किया।