Edited By Shruti Jha, Updated: 29 Jul, 2025 07:47 PM

अच्छे प्रशासन की असली पहचान है-समर्पण और परिणाम।" इस कथन को झालावाड़ जिले ने पूरी तरह चरितार्थ किया है। 'सम्पूर्णता अभियान' के तहत उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल करने के लिए झालावाड़ जिले को नीति आयोग द्वारा "सर्टिफिकेट ऑफ एप्रिसिएशन" से सम्मानित किया गया...
झालावाड़ जिले को मिला राज्य स्तरीय सम्मान: नीति आयोग ने सराही 'समर्पण और परिणाम' की भावना
झालावाड़, 29 जुलाई, 2025: "अच्छे प्रशासन की असली पहचान है-समर्पण और परिणाम।" इस कथन को झालावाड़ जिले ने पूरी तरह चरितार्थ किया है। 'सम्पूर्णता अभियान' के तहत उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल करने के लिए झालावाड़ जिले को नीति आयोग द्वारा "सर्टिफिकेट ऑफ एप्रिसिएशन" से सम्मानित किया गया है। यह प्रशस्ति पत्र 'स्वास्थ्य एवं पोषण', 'कृषि एवं संबंधित सेवाएँ' और 'सामाजिक विकास' जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर चार संकेतकों में पूर्ण संतृप्ति (सैचुरेशन) प्राप्त करने के लिए प्रदान किया गया है।
राज्य स्तरीय समारोह में हुआ सम्मान
राज्य स्तर पर इस उत्कृष्ट कार्य के लिए 28 जुलाई को जयपुर स्थित एचसीएम रीपा सभागार में एक भव्य सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इस समारोह में मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उनके साथ मुख्य सचिव श्री सुधांश पंत और नीति आयोग के अतिरिक्त सचिव श्री रोहित कुमार सहित अनेक वरिष्ठ अधिकारी एवं प्रतिनिधिगण भी मौजूद रहे। यह सम्मान झालावाड़ के प्रशासनिक प्रयासों की राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर पहचान का प्रतीक है।
'सम्पूर्णता अभियान' और झालावाड़ की भूमिका
यह अभियान नीति आयोग और राजस्थान सरकार के संयुक्त प्रयासों से जुलाई 2024 से सितंबर 2024 तक देशभर के आकांक्षी जिलों और ब्लॉकों में क्रियान्वित किया गया था। इस महत्वाकांक्षी पहल में राजस्थान के 5 आकांक्षी जिले और 27 आशान्वित ब्लॉक शामिल थे। अभियान का मुख्य उद्देश्य इन क्षेत्रों में आधारभूत सेवाओं की पहुँच और गुणवत्ता में सुधार लाकर आमजन के जीवन स्तर को बेहतर बनाना था। झालावाड़ ने इस अभियान में अपनी प्रतिबद्धता साबित की है।
सामूहिक प्रयास और जनभागीदारी का प्रमाण
जिला कलेक्टर अजय सिंह राठौड़ ने इस अवसर पर कहा, "यह सम्मान जिले की पूरी टीम और जनता की साझेदारी का प्रमाण है। हम आगे भी इसी प्रतिबद्धता के साथ कार्य करते रहेंगे ताकि विकास के हर संकेतक में झालावाड़ अग्रणी बना रहे।" झालावाड़ की यह उपलब्धि न केवल जिले के लिए गौरव की बात है, बल्कि यह अन्य जिलों के लिए भी एक बड़ी प्रेरणा है कि सामूहिक प्रयासों और स्पष्ट दिशा के साथ किसी भी लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है।
विशेष उपलब्धि: खानपुर ब्लॉक और शत-प्रतिशत संतृप्ति
झालावाड़ की यह उपलब्धि इसलिए भी विशेष है क्योंकि जिले के खानपुर ब्लॉक को चार संकेतकों में लक्ष्य प्राप्त करने वाले सीमित ब्लॉकों में शामिल किया गया है। यह सफलता जिला प्रशासन के सशक्त नेतृत्व, विभिन्न विभागों के समन्वित प्रयासों और स्थानीय जनता की सक्रिय भागीदारी का सीधा परिणाम है। आयोजना अधिकारी विनोद कुमार ने बताया कि 'सम्पूर्णता अभियान' के अंतर्गत कुल 6 संकेतकों में से, जिले को जिन 4 संकेतकों में शत-प्रतिशत संतृप्ति प्राप्त करने पर सम्मानित किया गया है, वे हैं:
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गर्भवती महिलाओं का एएनसी पंजीकरण।
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किसानों के खेत की मिट्टी जांच कर मृदा स्वास्थ्य कार्ड उपलब्ध कराना।
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महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा गर्भवती महिलाओं को पूरक पोषण उपलब्ध करवाना।
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राजीविका द्वारा समूह ऋण बढ़ाते हुए ऋण उपलब्ध कराना और वसूली करना।
यह दर्शाता है कि झालावाड़ ने जमीनी स्तर पर शासन की योजनाओं को प्रभावी ढंग से पहुँचाने में उल्लेखनीय कार्य किया है।