Edited By Kailash Singh, Updated: 21 Jul, 2025 05:02 PM

स्वच्छ भारत मिशन फेज-2 के तहत शुरू किए गए स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण में इस बार जियोफेंसिंग और मोबाइल एप से डेटा संग्रह किया जाएगा। इतना ही नहीं, स्वच्छता मापदंडों पर नागरिकों की प्रतिक्रिया प्राप्त करने के लिए भारत सरकार की ओर से इस बार नागरिक...
स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण 2025 में जियो फेंसिंग और मोबाइल ऐप से होगा डेटा संग्रह:— राज्यसभा सांसद मदन राठौड़
जयपुर, 21 जुलाई 2025। स्वच्छ भारत मिशन फेज-2 के तहत शुरू किए गए स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण में इस बार जियोफेंसिंग और मोबाइल एप से डेटा संग्रह किया जाएगा। इतना ही नहीं, स्वच्छता मापदंडों पर नागरिकों की प्रतिक्रिया प्राप्त करने के लिए भारत सरकार की ओर से इस बार नागरिक प्रतिक्रिया एप्लिकेशन विकसित की गई है। डेटा संग्रहण साफ्टवेयर में जियो फेंसिंग को शामिल करने के साथ परिसंपत्तियों की जियो टैगिंग भी की जाएगी। यह जानकारी राज्यसभा सांसद मदन राठौड़ के सवाल के जवाब में केंद्रीय राज्य जल शक्ति मंत्री वी.सोमण्णा ने सदन में दी।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं राज्यसभा सांसद मदन राठौड़ ने बताया कि स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण 2025 में इस बार देशभर के 34 राज्य एवं संघ राज्यों को शामिल किया गया है। इसके साथ ही देशभर के 761 जिले और 21000 गांवों को शामिल किया गया है। गांवों के स्वच्छता सर्वेक्षण के दौरान सेवा स्तरीय प्रगति, गांवों में स्वच्छता का प्रत्यक्ष अवलोकन, संयंत्रों की कार्यशीलता का प्रत्यक्ष अवलोकन और नागरिक प्रतिक्रिया को शामिल किया गया है। सर्वेक्षण में कुल 1 हजार अंकों में से मूल्यांकन किया जाएगा।
राज्यसभा सांसद मदन राठौड़ ने बताया कि स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण एक स्वतंत्र सर्वेक्षण एजेंसी के माध्यम से संचालित किया जा रहा है। इससे मात्रात्मक एवं गुणात्मक स्वच्छता पैरामीटरों के आधार पर राष्ट्रीय रैंकिंग प्रदान की जा सकें। इसके व्यापक प्रचार एवं प्रसार के लिए कार्यशालाएं एवं सोशल मीडिया पोस्त शेयर की जा रही है। इस सर्वेक्षण की निगरानी एसएसजी पोर्टल के माध्यम से की जा रही है।