Edited By Sourabh Dubey, Updated: 13 Jul, 2025 08:28 PM

भारतीय संविधान के अनुच्छेद 80(3) के तहत राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शनिवार को राज्यसभा के लिए चार प्रतिष्ठित व्यक्तियों को नामित किया। इनमें कानून, विदेश नीति, इतिहास और समाज सेवा जैसे विविध क्षेत्रों से जुड़ी हस्तियों को चुना गया है।
नई दिल्ली | भारतीय संविधान के अनुच्छेद 80(3) के तहत राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शनिवार को राज्यसभा के लिए चार प्रतिष्ठित व्यक्तियों को नामित किया। इनमें कानून, विदेश नीति, इतिहास और समाज सेवा जैसे विविध क्षेत्रों से जुड़ी हस्तियों को चुना गया है।
नामित किए गए चार सदस्य:
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उज्ज्वल निकम – प्रख्यात सरकारी वकील, जिन्होंने 26/11 मुंबई आतंकी हमला, प्रमोद महाजन हत्याकांड जैसे हाई-प्रोफाइल मामलों में अभियोजन का नेतृत्व किया। हाल ही में वे लोकसभा चुनाव में भाजपा के उम्मीदवार भी रहे हैं।
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सी. सदानंदन मास्टर – केरल के वरिष्ठ समाजसेवी और शिक्षाविद, जिन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में दशकों तक कार्य किया है।
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हर्षवर्धन श्रृंगला – भारत के पूर्व विदेश सचिव, जो राजनयिक सेवा में कई दशकों का अनुभव रखते हैं और भारत की विदेश नीति को दिशा देने में प्रमुख भूमिका निभा चुके हैं।
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मीनाक्षी जैन – प्रसिद्ध इतिहासकार और शिक्षाविद, जिनका कार्य भारतीय इतिहास और सांस्कृतिक विमर्श पर गहराई से केंद्रित रहा है।
संवैधानिक प्रावधान:
अनुच्छेद 80(3) के अनुसार, राष्ट्रपति को यह अधिकार प्राप्त है कि वे राज्यसभा में ऐसे 12 सदस्यों को नामित कर सकते हैं, जिन्होंने कला, साहित्य, विज्ञान, समाज सेवा या अन्य विशिष्ट क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान दिया हो।
राज्यसभा में भूमिका:
इन नई नियुक्तियों से राज्यसभा को विविध क्षेत्रों में विशेषज्ञता रखने वाले अनुभवी व्यक्तियों का लाभ मिलेगा। इनके योगदान से विधायी चर्चाओं की गुणवत्ता में इज़ाफा होगा और नीतियों को व्यापक दृष्टिकोण से देखा जा सकेगा।
राज्यसभा में कुल 245 सदस्य होते हैं, जिनमें से 233 सदस्य राज्यों व केंद्रशासित प्रदेशों द्वारा चुने जाते हैं जबकि 12 सदस्य राष्ट्रपति द्वारा नामित होते हैं।