Edited By Shruti Jha, Updated: 13 Jul, 2025 05:18 PM

मंत्री जोगाराम पटेल ने कहा कि प्रदेश के पहले ग्रीन बजट के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण के लिए सरकार की दृढ़ प्रतिबद्धता प्रदर्शित होती है। उन्होंने लक्ष्य बताया कि 2030 तक सतत विकास लक्ष्यों की प्राप्ति होगी। (Sources: राज्य सरकार घोषणा)
2024‑25 में...
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मंत्री जोगाराम पटेल ने कहा कि प्रदेश के पहले ग्रीन बजट के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण के लिए सरकार की दृढ़ प्रतिबद्धता प्रदर्शित होती है। उन्होंने लक्ष्य बताया कि 2030 तक सतत विकास लक्ष्यों की प्राप्ति होगी। (Sources: राज्य सरकार घोषणा)
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2024‑25 में मुख्यमंत्री वृक्षारोपण अभियान के तहत 7 करोड़ पौधे लगाए गए थे। इस वर्ष हर परिवार को जोड़ते हुए 10 करोड़ पौधे लगाने एवं उन्हें पालने का लक्ष्य रखा गया है ।
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डबल‑इंजन सरकार समग्र एवं समावेशी विकास को लेकर प्रतिबद्ध है, जिसका यह वृक्षारोपण कार्यक्रम एक प्रमुख उदाहरण है।
हरित भविष्य एवं रोजगार
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मंत्री पटेल ने इसे न केवल वृक्षारोपण, बल्कि भावी पीढ़ियों के लिए हरित एवं सुरक्षित भविष्य की रूपरेखा करार दिया।
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इसके अलावा, इस वर्ष सरकार द्वारा 1.25 लाख युवाओं को सरकारी नौकरियों की व्यवस्था की जा रही है। ड्राइवर, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों, नर्सिंग स्टाफ, और मेडिकल ऑफिसरों की भर्ती भी चल रही है।
इन्फ्रास्ट्रक्चर: सड़क निर्माण
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लूणी क्षेत्र में ₨ 4 अरब से अधिक की लागत से विकसित और आधुनिक सड़कों का निर्माण स्वीकृत हुआ है।
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प्रदेश के 5,000+ आबादी वाले गांवों में अटल प्रगति पथ बनाए जा रहे हैं।
‘एक पेड़ मां के नाम’ आह्वान
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मंत्री ने सभी नागरिकों, विद्यालयों और सामुदायिक केंद्रों को ‘एक पेड़ मां के नाम’ लगाकर उसे जन्मदात्री के प्रति सम्मान व्यक्त करने का आग्रह किया – जिसका उद्देश्य पेड़ लगाना ही नहीं, उसका संरक्षण भी है।
निष्कर्ष
यह पहल—ग्रीन बजट, वृक्षारोपण अभियान, रोजगार सृजन, सड़क निर्माण, और हरित भविष्य के लिए संकल्प—‘सतत विकास लक्ष्यों’ की दिशा में एक ठोस कदम है। 2030 तक 10 करोड़ पौधे लगाने और हरे‑भरे राजस्थान के लक्ष्य से राज्य ने पर्यावरण, ग्रामीण अर्थव्यवस्था और सामाजिक उत्थान को साथ लेकर चलने की नीति अपनाई है