Edited By Raunak Pareek, Updated: 03 Aug, 2025 02:24 PM

राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा पिछले एक हफ्ते में दो बार दिल्ली जा चुके हैं। उन्होंने पीएम मोदी, अमित शाह और हरदीप पुरी से मुलाकात की है। इन दौरों को राजस्थान में राजनीतिक नियुक्तियों, रिफाइनरी प्रोजेक्ट और पंचायत चुनावों की तैयारियों से जोड़ा...
"जब मुख्यमंत्री की उड़ानें बार-बार दिल्ली की ओर हों, तो सिर्फ मौसम नहीं, राजनीति भी बदलती है।" राजस्थान की राजनीति में इस वक्त कुछ हलचल सी है। बीते एक हफ्ते में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा दूसरी बार दिल्ली पहुंचे। पहली बार इसे सामान्य प्रशासनिक दौरा माना गया, लेकिन इस बार उनके साथ जो नाम जुड़े पीएम नरेंद्र मोदी, अमित शाह, हरदीप पुरी और जिस समय ये दौरे हो रहे हैं, उसने सवाल खड़े कर दिए हैं। 2 अगस्त को मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। इससे कुछ ही दिन पहले वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मिले थे। एक सप्ताह में यह उनका दूसरा दिल्ली दौरा था। इस समयावधि में की गई इन उच्चस्तरीय बैठकों ने राजस्थान की सियासी गलियों में चर्चाओं को जन्म दे दिया है।
यह माना जा रहा है कि इन बैठकों का एजेंडा केवल विकास योजनाएं नहीं, बल्कि राजनीतिक नियुक्तियां, पंचायत और निकाय चुनावों की रणनीति और संभावित कैबिनेट विस्तार भी है। मुख्यमंत्री शर्मा की दिल्ली यात्रा केवल सियासत तक सीमित नहीं रही। उन्होंने केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी से भी मुलाकात की, जिसमें राजस्थान की बहुप्रतीक्षित पचपदरा रिफाइनरी पर विस्तार से चर्चा हुई। राज्य सरकार इस प्रोजेक्ट को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है और सूत्रों की मानें तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वयं इसके उद्घाटन के लिए राजस्थान आ सकते हैं। इससे यह साफ है कि यह दौरा आर्थिक परियोजनाओं की रफ्तार तय करने वाला भी है। भजनलाल शर्मा की ये सक्रियता ऐसे समय में दिख रही है, जब प्रदेश में कई आयोगों और बोर्डों के पद लंबे समय से खाली हैं।
दिलचस्प रूप से, उनके इस दौरे से ठीक एक दिन पहले बीजेपी के वरिष्ठ नेता अरुण चतुर्वेदी को राजस्थान के वित्त आयोग में डेढ़ साल की अवधि के लिए नियुक्त किया गया। इसके बाद अटकलें तेज हो गई हैं कि मुख्यमंत्री अब शेष नियुक्तियों को लेकर पार्टी नेतृत्व से चर्चा कर रहे हैं। इनमें पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को समायोजित किया जा सकता है। 28 जुलाई को भी भजनलाल शर्मा दिल्ली में थे और उसी दिन पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने संसद भवन में प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात की थी। इन दोनों नेताओं का दिल्ली में एक ही समय पर होना, और फिर कुछ ही दिनों बाद मुख्यमंत्री का फिर से राजधानी पहुंचना, कई राजनीतिक संदेश देता है। इससे पहले भी वसुंधरा राजे और भजनलाल शर्मा के दिल्ली दौरे एक साथ हो चुके हैं, जिससे यह सवाल बार-बार उठ रहा है।
क्या राजस्थान बीजेपी में कोई बड़ा फेरबदल होने वाला है? "राजस्थान की राजनीति की गाड़ी दिल्ली की पटरियों पर सरक रही है..." मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की हालिया दिल्ली यात्राएं महज शिष्टाचार भेंट नहीं थीं। इन दौरों के पीछे विकास की योजनाएं हैं, लेकिन साथ ही एक गहरा राजनीतिक स्क्रिप्ट भी चल रहा है। राजनीतिक नियुक्तियों से लेकर पंचायत चुनावों की रणनीति, और रिफाइनरी जैसी बड़ी परियोजनाएं सब कुछ एक बहुआयामी प्लान का हिस्सा लग रहा है। अब देखना यह है कि इन यात्राओं के बाद राजस्थान की राजनीति किस करवट बैठती हैऔर क्या भाजपा के भीतर नई पावर डायनैमिक्स आकार ले रही हैं।