Edited By Chandra Prakash, Updated: 17 Aug, 2024 05:04 PM
उदयपुर में दसवीं के छात्र पर उसी के सहपाठी द्वारा चाकू से हमले की घटना के बाद उपजे तनाव के बीच सरकार के आदेश पर आरोपी छात्र के घर पर दूसरे ही दिन बुलडोजर चढ़ा दिया गया। हालांकि आरोपी छात्र और उसका परिवार पटेल सर्किल के पास माचला मगरा कच्ची बस्ती में...
उदयपुर में चला 'भजन' का बुलडोजर
छात्र पर चाकू से हमले का मामला
आरोपी छात्र जहां रहता था किराए पर,वहां चला बुलडोजर
वन विभाग की जमीन पर बसी है अवैध बस्ती
उदयपुर, 17 अगस्त 2024 (ब्यूरो): उदयपुर में दसवीं के छात्र पर उसी के सहपाठी द्वारा चाकू से हमले की घटना के बाद उपजे तनाव के बीच सरकार के आदेश पर आरोपी छात्र के घर पर दूसरे ही दिन बुलडोजर चढ़ा दिया गया। हालांकि आरोपी छात्र और उसका परिवार पटेल सर्किल के पास माचला मगरा कच्ची बस्ती में किराये पर रहता था। इस पर मकान मालिक ने इस कार्रवाई का विरोध भी किया।
गौरतलब है कि उदयपुर में 16 अगस्त यानी कि शुक्रवार को भटियानी चौहट्टा राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के दसवीं के छात्र ने अपनी कक्षा के सहपाठी को चाकू मार दिया। घायल छात्र और आरोपी छात्र अलग-अलग समुदाय के होने के कारण शहर में तनाव की स्थिति पैदा हो गई। मोची समाज और हिंदू संगठनों ने शुक्रवार को घटना का पता लगते ही आक्रोश जताते हुए बाजार बंद करवा दिए। कहीं आगजनी तो कहीं तोड़फोड़ भी हुई। माहौल बिगड़ता देख शुक्रवार शाम से ही उदयपुर शहर क्षेत्र में निषेधाज्ञा धारा 163 लागू कर दी गई।
इस बीच शुक्रवार शाम को ही पुलिस ने आरोपी छात्र और उसके पिता सलीम शेख को हिरासत में ले लिया था। प्रदर्शन के दौरान आक्रोशित समाज ने आरोपी छात्र के मकान पर बुलडोजर कार्रवाई की मांग की थी। उदयपुर ग्रामीण विधायक फूल सिंह मीणा ने भी बुलडोजर कार्रवाई के पक्ष में बयान दिया था। इसके बाद सरकार के निर्देश पर वन विभाग ने उसकी जमीन में बसी अवैध बस्ती में बने इस मकान को खाली करने का नोटिस दिया। हालांकि नोटिस 72 घंटे का था, लेकिन जन आक्रोश को देखते हुए शनिवार को ही बुलडोजर कार्रवाई कर दी गई।
दरअसल, आरोपी छात्र और उसका परिवार पटेल सर्किल के समीप रशीद नाम के व्यक्ति के मकान में किराए पर रहता था। मकान मालिक रशीद का कहना था कि इसमें उसकी क्या गलती है। दूसरी ओर प्रशासन की ओर से आधिकारिक बयान सामने नहीं आया, लेकिन आधिकारिक सूत्रों का कहना था यह पूरी बस्ती ही वन विभाग की जगह में बनी हुई है। बुलडोजर कार्रवाई के दौरान एडीएम सिटी राजीव द्विवेदी सहित वन विभाग, नगर निगम, यूडीए, पुलिस के अधिकारी तथा भारी पुलिस बल मौजूद था। कुछ लोगों ने कार्रवाई का विरोध करने का प्रयास भी किया, लेकिन पुलिस बल ने उन्हें दूर खदेड़ दिया।
इससे पहले, इंटरनेट सेवाएं बंद होने के बावजूद भी सुबह 10 बजे के करीब महाराणा भूपाल चिकित्सालय में बड़ी संख्या में मोची समाज और हिंदू संगठन के लोग एकत्र हो गए। वहां उन्होंने घायल छात्र की वास्तविक स्थिति जाननी चाही। इसी दौरान कुछ युवा फिर से बाजार बंद कराने निकल गए। इस दौरान हाथीपोल क्षेत्र में पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर उन्हें खदेड़ा । लेकिन युवाओं के निकलने की बात फैलते ही घंटाघर, सर्राफा बाजार, सिंधी बाजार, मुखर्जी चौक आदि क्षेत्रों के बाजार स्वतः बन्द हो गए। कुछ देर बाद प्रशासन ने समझाइश के बाद बाजार पुनः खुलवाए ।
इधर, घायल छात्र की स्थिति अभी नाजुक बनी हुई है। चार्टर प्लेन से जयपुर से विशेषज्ञों को बुलाया गया है। शाम तक घायल छात्र की स्थिति स्पष्ट होने की संभावना है। फिलहाल प्रशासन की ओर से छात्र की स्थिति स्थिर बताई जा रही है।