Edited By Sourabh Dubey, Updated: 13 Jul, 2025 08:18 PM

राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) द्वारा आयोजित प्राध्यापक भर्ती परीक्षा 2022 में पेपर लीक कांड की जांच लगातार गहराती जा रही है। विशेष ऑपरेशन ग्रुप (SOG) की टीम ने शुक्रवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए चार सरकारी प्राध्यापकों को गिरफ्तार किया है। ये सभी...
जयपुर | राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) द्वारा आयोजित प्राध्यापक भर्ती परीक्षा 2022 में पेपर लीक कांड की जांच लगातार गहराती जा रही है। विशेष ऑपरेशन ग्रुप (SOG) की टीम ने शुक्रवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए चार सरकारी प्राध्यापकों को गिरफ्तार किया है। ये सभी आरोपी वर्तमान में नागौर, चित्तौड़गढ़ और बाड़मेर के सरकारी विद्यालयों में अर्थशास्त्र विषय के शिक्षक के पद पर कार्यरत हैं।
ADG (SOG) वी.के. सिंह ने जानकारी दी कि इन सभी आरोपियों ने परीक्षा से पहले लीक हुआ पेपर प्राप्त किया था, जिससे न केवल उन्होंने स्वयं परीक्षा पास की, बल्कि अन्य परीक्षार्थियों को भी पेपर उपलब्ध कराया। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि ये लीक नेटवर्क से सीधे जुड़े हुए हो सकते हैं।
SOG ने इन्हें कोर्ट में पेश कर 14 जुलाई 2025 तक पुलिस रिमांड पर भेजा है। अधिकारी यह पता लगाने में जुटे हैं कि लीक नेटवर्क में और कौन-कौन शामिल हैं और इसकी प्रवेश प्रणाली कितनी गहरी और फैली हुई है।
गिरफ्तार आरोपी शिक्षक:
-
रोशन बांगड़वा – प्राध्यापक (अर्थशास्त्र), राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, बासनी, नागौर
-
वैदेही मीणा – प्राध्यापक (अर्थशास्त्र), राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, ब्लॉक भोपालसागर, चित्तौड़गढ़
-
ओमप्रकाश – प्राध्यापक (अर्थशास्त्र), राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, पांचौड़ी, नागौर
-
पदमा – प्राध्यापक, राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, सनावड़ा, बाड़मेर
जांच का दायरा बढ़ा:
-
यह मामला वर्ष 2025 में दर्ज एक FIR से जुड़ा हुआ है।
-
अब तक इस केस में 14 गिरफ्तारियां हो चुकी हैं।
-
SOG की टीमें अन्य संदिग्धों की भूमिका की भी गहनता से जांच कर रही हैं।
-
सूत्रों के अनुसार आगे और गिरफ्तारियां संभव हैं।
यह मामला सिर्फ परीक्षा प्रणाली की पारदर्शिता ही नहीं, बल्कि शिक्षा क्षेत्र में नैतिक पतन और भर्ती प्रक्रियाओं में गड़बड़ी की ओर भी गंभीर संकेत देता है।