Edited By Shruti Jha, Updated: 13 Jul, 2025 05:36 PM

जयपुर, 13 जुलाई 2025 — राजस्थान ललित कला अकादमी में “रंग धारा” नामक प्रदर्शनी का भव्य उद्घाटन हुआ। समारोह की अध्यक्षता अकादमी सचिव डॉ. रजनीश हर्ष ने की, जिसमें कलाविदों—शब्बीर हसन काजी, डॉ. नाथूलाल वर्मा, डॉ. विद्यासागर उपाध्याय, महावीर भारती, अशोक...
रंग धारा एवं रंग मल्हार: राजस्थान ललित कला अकादमी में दो धरोहरों का जश्र
रंग धारा प्रदर्शनी का उद्घाटन
जयपुर, 13 जुलाई 2025 — राजस्थान ललित कला अकादमी में “रंग धारा” नामक प्रदर्शनी का भव्य उद्घाटन हुआ। समारोह की अध्यक्षता अकादमी सचिव डॉ. रजनीश हर्ष ने की, जिसमें कलाविदों—शब्बीर हसन काजी, डॉ. नाथूलाल वर्मा, डॉ. विद्यासागर उपाध्याय, महावीर भारती, अशोक गोड, मनीष शर्मा, और विनय शर्मा—ने भी विशिष्ट उपस्थिति दर्ज की।
प्रदर्शनी में राज्यभर के 100 से अधिक कलाकारों ने हिस्सा लिया। इसमें दिखाए गए कार्य गर्मी प्रशिक्षण शिविरों में बने कलाकृतियों पर आधारित हैं— जिसमें स्टॉप-मोशन एनिमेशन मूवी की वर्कशॉप, अजमेरु और मेवाड़ चित्रकार शिविर, केंद्रीय विद्यालय क्रमांक 2 के छात्रों के डूडल आर्ट व भित्ति चित्रण शामिल हैं।
रंग मल्हार आयोजन
इसी दिन राजस्थान ललित कला अकादमी परिसर में संयुक्त रूप से आयोजित ‘इंटरनेशनल रंग मल्हार’ कार्यक्रम का 16वाँ संस्करण संपन्न हुआ। इस कला समारोह में कलाकारों ने मिट्टी के पारंपरिक तवों (9–12 इंच व्यास) पर एकतरफा पेंटिंग कर वर्षा, शांति और समृद्धि की कामना की।
कार्यक्रम की संकल्पना वरिष्ठ चित्रकार डॉ. विद्यासागर उपाध्याय ने 2010 में की थी। तत्पश्चात यह हर वर्ष जुलाई में होता आ रहा है—हर साल एक विशेष विषय (जैसे छतरी, हैट, मास्क आदि) पर तवे को कैनवास बनाया गया। इस वर्ष कलाकारों ने 100–150 मिट्टी के तवों पर अपनी कला प्रस्तुत की।
कार्यक्रम में वरिष्ठ और युवा कलाकार—हरशिव शर्मा, अशोक गोड, नाथूलाल वर्मा, महावीर भारती, राजेन्द्र प्रसाद, उमाशंकर जोशी—ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। आयोजन टीम—विद्यासागर उपाध्याय, विनय शर्मा, मनीष शर्मा, डॉ. रजनीश हर्ष, और गोरीशंकर सोनी—ने सभी कला प्रेमियों का खुले दिल से स्वागत किया और “एक तवा, एक बारिश की कामना” की भावना से सभी को शामिल होने आमंत्रित किया।
आयोजन का दृष्टिकोण
राजस्थान ललित कला अकादमी की ये दो पहलें—“रंग धारा” और “रंग मल्हार”—हर उम्र के कलाकारों को स्थानीय संस्कृतियों व कलाओं का अनुभव प्रदान करती हैं।
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“रंग धारा” प्रदर्शनी ने ग्रीष्माली प्रशिक्षण शिविरों के दौरान विकसित कलाकृतियों का मंच प्रदान किया, जिससे क्षेत्रीय कला शिक्षण को प्रोत्साहन मिला।
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“रंग मल्हार” अपनी ख़ास थीम व लोक-संस्कृति से पर्यावरण व समाज के बीच संवाद स्थापित करता है।
इन आयोजनों से कला अकादमी की रचनात्मक ऊर्जा, अनुभव साझा करना, और समुदाय-आधारित सांस्कृतिक अदलाबदली की अनूठी परंपरा उजागर होती है।