Edited By Chandra Prakash, Updated: 12 Jul, 2025 07:15 PM

भारतीय सेना और विश्व प्रसिद्ध जयपुर फुट की निर्माता संस्था भगवान महावीर विकलांग सहायता समिति (बी.एम.वी.एस.एस.) के सहयोग से जम्मू कश्मीर के पूंछ जिले के सूरनकोट के जरान वाली गली गाँव में एक वृहद शिविर का आयोजन कर वहां के विकलांगों को लाभान्वित किया...
जयपुर, 12 जुलाई 2025 । भारतीय सेना और विश्व प्रसिद्ध जयपुर फुट की निर्माता संस्था भगवान महावीर विकलांग सहायता समिति (बी.एम.वी.एस.एस.) के सहयोग से जम्मू कश्मीर के पूंछ जिले के सूरनकोट के जरान वाली गली गाँव में एक वृहद शिविर का आयोजन कर वहां के विकलांगों को लाभान्वित किया गया ।
शिविर में सेना और बी.एम.वी.एस.एस. द्वारा गहन चिकित्सा और ऑर्थोपेडिक मूल्यांकन किया गया। इस शिविर का उद्देश्य द्विव्यांगों को सहायक उपकरण प्रदान कर उनकी गतिशीलता, सम्मान और स्वतन्त्रता बहाल करना था, ताकि वह स्वयं को असहाय न समझें ।द्विव्यांगों को उनकी जरूरतों के अनुसार व्हील चेयर, बैसाखी, ब्लाइण्ड स्टिक, श्रवण यंत्र आदि निःशुल्क उपलब्ध कराए गए ।
80 वर्षीय गुरसाई तवी को शबनम बानों जो शिविर में अपनी बेटी को व्हील चेयर दिलाने लाई थी ने कहा कि मेरी बेटी को जब व्हील चेयर मिली तो मेरे आंसू आ गए। सेना और बी.एम.वी.एस. एस. ने हमारी जिन्दगी में नई रोशनी लाई हैं ।
एक किसान हाजी नजीर की वह बड़ी दूर से शिविर का लाभ लेने के लिए बड़ी कठिनाई से सूरनकोट पहुँचा। यहां मुझे इलाज भी मिला और इज्जत भी और सेना तथा तकनीशियनों का प्यार मिला जिससे अब मैं आसानी से चल सकूंगा ।
बी.एम.वी.एस.एस. के संस्थापक और मुख्य संरक्षक डी.आर. मेहता ने कहा कि जम्मू कश्मीर के दूरदराज के क्षेत्रों में विशेषकर सीमाई क्षेत्रों में बड़ी संख्या में विकलांग हैं जो वर्षों से विकलांगता के कारण कठिन जीवन जी रहे हैं। ऐसे विकलांगों का पुर्नवास करने की बीड़ा बी.एम.वी.एस.एस. ने सेना के सहयोग से उठाया हैं। पूर्व में भी सीमाई क्षेत्रों में ऐसे शिविर आयोजित किए जा चुके हैं। इस शिविरों के आयोजन से आमजन बहुत प्रसन्न हैं और जम्मू कश्मीर के लोग इसके लिए स्वयं को श्रणी मानते हैं ।
इस शिविर में 48 व्हील चेयर, छः बैसाखियां, 21 श्रवण यंत्र, 16 स्टिक और ना अन्य उपकरण बांटे गए । उल्लेखनीय है कि इसी तरह हाल ही में श्रीलंका में विशेष शिविर आयोजित कर श्रीलंका के विकलांगों को बी.एम.वी.एस.एस. की अहमदाबाद शाखा द्वारा ललित जैन के नेतृत्व में श्रीलंका के विकलांगों को व्हील चेयर, श्रवण यंत्र आदि बाँटे गए ।