Edited By Chandra Prakash, Updated: 24 Aug, 2024 05:28 PM
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि बढ़ता प्रदूषण, जलवायु परिवर्तन और संसाधनों का अंधाधुंध दोहन हमारी धरती को दिन-प्रतिदिन कमजोर बना रहा है। उन्होंने कहा कि ऐसे में हम सभी का कर्तव्य है कि मिलकर पर्यावरण को बचाने के लिए सार्थक प्रयास करें। सीएम शर्मा...
जयपुर, 24 अगस्त 2024। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि बढ़ता प्रदूषण, जलवायु परिवर्तन और संसाधनों का अंधाधुंध दोहन हमारी धरती को दिन-प्रतिदिन कमजोर बना रहा है। उन्होंने कहा कि ऐसे में हम सभी का कर्तव्य है कि मिलकर पर्यावरण को बचाने के लिए सार्थक प्रयास करें। सीएम शर्मा ने कहा कि हम सब मिलकर पर्यावरण और अपने स्वास्थ्य की सुरक्षा का संकल्प लें और हरा-भरा व स्वस्थ भविष्य सुनिश्चित करें। प्रकृति को बचाने के लिए बदलाव की शुरूआत हमें स्वयं से ही करनी होगी।
प्रकृति बचाने के लिए बदलाव की स्वयं से करें शुरूआत- सीएम भजनलाल
मुख्यमंत्री ने शनिवार को जयपुर के एसएमएस स्टेडियम से हिन्दू आध्यात्मिक एवं सेवा मेला तथा आइएमसीटी फाउण्डेशन द्वारा पर्यावरण सरंक्षण के लिए आयोजित साइकिल रैली को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि ऐसे कार्यक्रम पर्यावरण संरक्षण के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं तथा हमें स्वास्थ्य के प्रति जागरूक भी करते हैं। इनसे हम शारीरिक रूप से तो स्वस्थ रहते ही हैं साथ ही, हमारा मानसिक स्वास्थ्य भी अच्छा रहता है।
साइकिल चलाना पर्यावरण एवं स्वास्थ्य के लिए लाभदायक- सीएम भजनलाल
उन्होंने कहा कि हम सबका यह सामूहिक दायित्व है, कि हम पर्यावरण का संरक्षण करें। उन्होंने कहा कि हम अपने व्यक्तिगत जीवन में भी वाहन से प्रदूषण फैलाते हैं तो ऐसे में यह हमारी जिम्मेदारी है । कि इसकी क्षतिपूर्ति करने के लिए हम अधिक से अधिक संख्या में पेड़ लगाएं एवं पर्यावरण संरक्षण के लिए सदैव तत्पर रहें।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने सभी प्रदेशवासियों से प्रकृति को नुकसान नहीं पहुंचाने तथा पर्यावरण के संरक्षण की अपील की। उन्होंने कहा कि यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा चलाए गए ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान में हम सब बढ़-चढ़कर हिस्सा लें तथा पर्यावरण संरक्षण की तरफ कदम बढ़ाएं।
इस दौरान युवा मामले एवं खेल राज्यमंत्री के के विश्नोई, सांसद मंजू शर्मा, विधायक बालमुकंदाचार्य, जयपुर ग्रेटर नगर निगम उप महापौर पुनीत कर्णावट, पर्यावरणविद् तथा बड़ी संख्या में युवा एवं आमजन मौजूद रहे।