Edited By Chandra Prakash, Updated: 10 Nov, 2024 03:01 PM
राजस्थान में सात सीटों पर होने वाले उपचुनावों को लेकर प्रदेश में राजनीति का सियासी पारा चरम पर है । उपचुनावों को लेकर सभी पार्टियां अपने-अपने प्रत्याशियों को जिताने के लिए पुरजोर कोशिश कर रही है । हालांकि चुनावी सभाओं में इन दिनों राजनीति दलों के...
नागौर, 10 नवंबर 2024 । राजस्थान में सात सीटों पर होने वाले उपचुनावों को लेकर प्रदेश में राजनीति का सियासी पारा चरम पर है । उपचुनावों को लेकर सभी पार्टियां अपने-अपने प्रत्याशियों को जिताने के लिए पुरजोर कोशिश कर रही है । हालांकि चुनावी सभाओं में इन दिनों राजनीति दलों के नेता एक-दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाते हुए दिखाई दे रहे हैं । साथ ही एक दूसरे की आलोचना कर रहे हैं । ऐसे में आज हम बात करने वाले हैं खींवसर विधानसभा सीट की, जो प्रदेश की हॉट सीट के रूप में जानी जाती है ।
रेवंत राम डांगा के समर्थन में भाजपा की चुनावी सभा
इसी कड़ी शनिवार को खींवसर विधानसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी रेवंत राम डांगा के समर्थन में भाजपा की चुनावी सभा आयोजित की गई । इस दौरान चुनावी सभा को मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़, भाजपा नेता ज्योति मिर्धा समेत कई नेताओं ने संबोधित किया । इसी कड़ी में बीजेपी के प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ ने हनुमान बेनीवाल की पत्नी को लेकर बेनीवाल पर जमकर निशाना साधा है । इस दौरान मदन राठौड़ ने कहा कि अगर उनकी पत्नी खींवसर विधानसभा सीट का उपचुनाव हार जाती हैं तो उन्हें (Hanuman Beniwal) फायदा होगा ।
पति-पत्नी दोनों ही राजनीति करते रहेंगे तो उनके परिवार का क्या होगा ?- मदन राठौड़
आगे उन्होंने आगे कहा कि अगर पति-पत्नी दोनों ही राजनीति करते रहेंगे तो उनके परिवार का क्या होगा ?, मैंने सोशल मीडिया पर देखा कि उन्हें (Hanuman Beniwal) हर समय यही चिंता सताती रहती है कि अगर मेरी पत्नी नहीं जीती तो वह अपने मायके भाग जाएगी ।अरे भाई, जब तुम्हें इतना खतरा महसूस हुआ तो तुमने यह जोखिम क्यों उठाया (अपनी पत्नी को उपचुनाव में उतारने का)? तुम्हें पता है कि वह जीत नहीं सकती । उन्होंने कहा कि "हनुमान जी, मेरी आपको एक सलाह है,अगर आपकी पत्नी हारती है, तो आपको फायदा होगा । अगर आपकी पत्नी हारती है, तो वह अपने माता-पिता के घर या कहीं और चली जाएगी, लेकिन वह बच्चों की देखभाल करेगी । क्या बच्चों की देखभाल करना जरूरी है या नहीं? अन्यथा, अगर वे दोनों राजनीति करते रहे, तो परिवार का क्या होगा? इसे समझने की जरूरत है ।
आपको बता दें कि राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) के संयोजक बेनीवाल की पत्नी कनिका बेनीवाल पार्टी प्रत्याशी के तौर पर खींवसर विधानसभा सीट से उपचुनाव लड़ रही हैं । ऐसे में कनिका का सीधा मुकाबला कांग्रेस के डॉ. रतन चौधरी और भाजपा के रेवंत राम डांगा से हैं । हालांकि यहां पर मुकाबला त्रिकोणीय होने के कारण रौचक बना हुआ है । दरअसल, राज्य की सात विधानसभा सीटों झुंझुनूं, दौसा, देवली-उनियारा, खींवसर, चौरासी, सलूंबर और रामगढ़ पर होने वाले उपचुनाव के लिए 13 नवंबर को मतदान होना है, जिसके नतीजे 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे ।
अब देखने वाली बात ये होगी कि बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ के इस बयान से बेनीवाल की पत्नी कनिका बेनीवाल के वोटर्स पर क्या प्रभाव होगा ?, ये तो चुनावी परिणाम आने के बाद ही खुलासा हो पाएगा ।