Edited By Chandra Prakash, Updated: 08 Jul, 2025 06:33 PM

प्रतापगढ़ पुलिस ने जिले में लूट और चोरी के मामलों पर अंकुश लगाने के अपने अभियान में एक बड़ी सफलता हासिल की है। मात्र पांच दिन पहले बालदिया घाटे में हुई लूट की वारदात का पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने एक आरोपी गौतम मीणा पुत्र हकरिया उर्फ हकरू (29) निवासी...
जयपुर 8 जुलाई 2025। प्रतापगढ़ पुलिस ने जिले में लूट और चोरी के मामलों पर अंकुश लगाने के अपने अभियान में एक बड़ी सफलता हासिल की है। मात्र पांच दिन पहले बालदिया घाटे में हुई लूट की वारदात का पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने एक आरोपी गौतम मीणा पुत्र हकरिया उर्फ हकरू (29) निवासी घटीया थाना सालमगढ़ को गिरफ्तार कर लिया है।
प्रतापगढ़ पुलिस अधीक्षक विनीत कुमार बंसल ने बताया कि यह घटना 2 जुलाई 2025 को सुबह करीब 10 बजे की है जब साखथली खुर्द निवासी गोपाल मीणा अपनी मंगेतर के साथ मोटरसाइकिल पर ससुराल खोरीया जा रहे थे। बालदिया घाटा पहुंचते ही पीछे से एक मोटरसाइकिल पर आए तीन बदमाशों ने उनकी बाइक के आगे अपनी बाइक लगाकर रोक लिया। लुटेरों ने मारपीट करते हुए उनके दो मोबाइल, मोटरसाइकिल और पर्स में रखे 500-700 रुपये छीन लिए और फरार हो गए। इस संबंध में सालमगढ़ थाने में मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई थी।
एसपी बंसल के निर्देश पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक परबत सिंह और सीओ अरनोद चंद्रशेखर के मार्गदर्शन एवं सालमगढ़ थानाधिकारी भानुप्रताप सिंह के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया। इस टीम ने तेजी से कार्रवाई करते हुए अज्ञात मुल्जिमों की तलाश शुरू की।
मुखबिरों से मिली जानकारी और साइबर सेल की मदद के आधार पर पुलिस ने घटिया निवासी गौतम मीणा को हिरासत में लिया। मनोवैज्ञानिक तरीके से की गई पूछताछ में गौतम ने न सिर्फ बालदिया घाटे में हुई लूट की घटना कबूल की बल्कि यह भी बताया कि वह अन्य थाना क्षेत्रों और यहां तक कि मध्य प्रदेश में भी राहगीरों से लूटपाट और डकैती की वारदातें करता रहा है।
पुलिस ने अभियुक्त गौतम को गिरफ्तार कर लिया है और अब उसके दो अन्य फरार साथियों और लूटे गए सामान की बरामदगी के प्रयास कर रही है, जल्द ही अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा और लूटा गया सारा सामान बरामद किया जाएगा।
इस सफल ऑपरेशन में थाना सालमगढ़ के कांस्टेबल भजनलाल और भंवरलाल की विशेष भूमिका रही। एसएचओ भानु प्रताप सिंह के नेतृत्व में की गई इस कार्रवाई में एएसआई कमलेश कुमार, हेड कांस्टेबल गोविंद सिंह, धूलेश्वर लाल, गटु लाल, श्याम लाल, राकेश और साइबर सेल से कांस्टेबल महावीर शामिल थे।