Edited By Shruti Jha, Updated: 10 Jul, 2025 05:17 PM

राजस्थान में सरकारी कर्मचारियों के लिए संचालित कैशलेस मेडिकल बीमा योजना RGHS (Rajasthan Government Health Scheme) के तहत अब 15 जुलाई से निजी अस्पतालों में इलाज बंद होने की चेतावनी दी गई है।
निजी हॉस्पिटलों ने RGHS योजना से बाहर होने की दी चेतावनी इस पर क्या बोले पूर्व सीएम गहलोत
– राजस्थान में सरकारी कर्मचारियों के लिए संचालित कैशलेस मेडिकल बीमा योजना RGHS (Rajasthan Government Health Scheme) के तहत अब 15 जुलाई से निजी अस्पतालों में इलाज बंद होने की चेतावनी दी गई है।
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक सोशल मीडिया पोस्ट के माध्यम से कहा कि राजस्थान अलायंस ऑफ हॉस्पिटल एसोसिएशन (RAHA) ने अखबारों में विज्ञापन जारी कर यह घोषणा की है। RAHA ने आरोप लगाया कि लगभग 980 करोड़ रुपये का बकाया भुगतान राजभाजपा की वर्तमान सरकार पिछले 7 महीनों से नहीं कर पा रही है।
गहलोत ने लिखा:
“हर महीने सरकारी कर्मचारियों के वेतन से RGHS के लिए कटौती की जाती है, लेकिन अस्पतालों को भुगतान नहीं किया जा रहा। यह साबित करता है कि भाजपा सरकार का प्रबंधन बुरी तरह फेल हो चुका है।”
“यह एक जनहित योजना है, जिसे भाजपा सरकार बर्बाद करने पर आमादा है। राज्य सरकार को तुरंत इस संकट का समाधान करना चाहिए ताकि लाखों सरकारी कर्मचारियों, पेंशनर्स और उनके परिवारों को अनावश्यक तकलीफ न उठानी पड़े।”
विज्ञापन में RAHA ने स्पष्ट किया कि योजना को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए उन्हें इस व्यवस्था में सुधार की जरूरत है। इसी उद्देश्य से उन्होंने 7 सदस्यों की एक वार्ता-समिति का गठन किया है, जो जल्द ही सरकार से विस्तार से चर्चा करना चाहती है।
इसके अलावा, हाल ही में वित्त विभाग ने राज्य स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिया है कि RGHS के अंतर्गत प्रति बिल भुगतान के लिए उसे ट्रेज़री में भेजने से पहले QC‑CPA सेल (AI‑आधारित सत्यापन) से मंजूरी अवश्य लेनी होगी। इस सेल ने हाल के महीनों में कई संदिग्ध बिलों की पहचान कर उन्हें रोकने का काम किया है, और इसके तहत अस्पतालों, दवाइयों की दुकानों व डॉक्टरों पर पेनल्टी भी लगाई गई है।