Edited By Kailash Singh, Updated: 18 Aug, 2025 05:47 PM

निदेशक समेकित बाल विकास सेवाएं (आईसीडीएस) राजस्थान वासुदेव मालावत ने बताया कि महिला एवं बाल विकास मंत्रालय, भारत सरकार से प्राप्त निर्देशों के अनुरूप “सुपोषित ग्राम पंचायत अभियान” के प्रभावी क्रियान्वयन एवं प्रगति मूल्यांकन हेतु केरल राज्य की टीम...
केरल राज्य की टीम द्वारा राजस्थान 06 जिलों में किया जा रहा है “पीयर रिव्यू”
जयपुर, 18 अगस्त। निदेशक समेकित बाल विकास सेवाएं (आईसीडीएस) राजस्थान वासुदेव मालावत ने बताया कि महिला एवं बाल विकास मंत्रालय, भारत सरकार से प्राप्त निर्देशों के अनुरूप “सुपोषित ग्राम पंचायत अभियान” के प्रभावी क्रियान्वयन एवं प्रगति मूल्यांकन हेतु केरल राज्य की टीम द्वारा राजस्थान में “पीयर रिव्यू” आयोजित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि यह पीयर रिव्यू सोमवार (18 अगस्त) से 24 अगस्त 2025 तक राजस्थान के चयनित 06 जिलों — जयपुर, उदयपुर, अलवर, चूरू, बूंदी एवं झुंझुनूं में शुरू हुआ है।
निदेशक आईसीडीएस ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 26 दिसम्बर 2024 को जनभागीदारी के माध्यम से कुपोषण के पूर्ण उन्मूलन हेतु शुभारम्भ किये गये “सुपोषित ग्राम पंचायत अभियान” के तहत केरल राज्य की टीम का आमुखीकरण एवं प्रस्तुतीकरण रविवार को जयपुर स्थित एक निजी होटल में निदेशक समेकित बाल विकास सेवाएं (आईसीडीएस) राजस्थान वासुदेव मालावत के समक्ष दिया गया।
निदेशक आईसीडीएस वासुदेव मालावत ने बताया कि इस अभियान का उद्देश्य आंगनवाड़ी सेवाओं में सुधार, कुपोषण की समाप्ति तथा स्थानीय समुदाय की सक्रिय भागीदारी के माध्यम से ग्राम स्तर पर पोषण परिणामों में व्यापक सुधार सुनिश्चित करना है। इस उद्देश्य से केरल राज्य से 12 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल के जयपुर आगमन (17 अगस्त 2025) पर रविवार को निदेशालय स्तर पर आमुखीकरण एवं प्रस्तुतीकरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
वासुदेव मालावत ने बताया कि यह पहल राज्यों के मध्य अनुभव-साझाकरण एवं नवाचारों को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है,जिससे सुपोषित भारत के लक्ष्य की प्राप्ति को नई गति मिलेगी।
आमुखीकरण कार्यक्रम बैठक में सर्वप्रथम परिचय सत्र आयोजित हुआ, तत्पश्चात् सुपोषित ग्राम पंचायत अभियान एवं विभागीय योजनाओं पर संयुक्त परियोजना समन्वयक मेघा सिंह द्वारा विस्तृत प्रस्तुतीकरण दिया गया। साथ ही, आगामी पीयर रिव्यू की कार्ययोजना एवं ग्राम पंचायतों के मूल्यांकन की प्रक्रिया पर विस्तार से चर्चा की गई।निदेशक आईसीडीएस ने अंत में सभी प्रतिनिधियों को स्मृति चिन्ह दिए।
इस अवसर पर अतिरिक्त निदेशक (आई) मेघराज मीना, उपनिदेशक आईईसी डॉ. धर्मवीर, संयुक्त परियोजना समन्वयक मेघा सिंह, सहायक निदेशक (प्रशिक्षण) जिज्ञासा शर्मा सहित विभागीय अधिकारी एवं सहयोगी संस्थाओं IPE Global एवं UNICEF के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।