Edited By Shruti Jha, Updated: 26 Jul, 2025 05:56 PM

राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने झालावाड़ में सरकारी स्कूल भवन गिरने से हुए दर्दनाक हादसे के बाद राज्य के सभी सांसदों और विधायकों को पत्र लिखकर कहा कि अब जनप्रतिनिधियों को राजनीतिक कार्यों से ऊपर उठकर अपने क्षेत्र की...
अब राजनीति नहीं, जवाबदेही का वक्त है”: झालावाड़ हादसे के बाद डोटासरा की सांसद-विधायकों से अपील
जयपुर, 26 जुलाई 2025 — राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने झालावाड़ में सरकारी स्कूल भवन गिरने से हुए दर्दनाक हादसे के बाद राज्य के सभी सांसदों और विधायकों को पत्र लिखकर कहा कि अब जनप्रतिनिधियों को राजनीतिक कार्यों से ऊपर उठकर अपने क्षेत्र की जिम्मेदारी निभानी चाहिए।
डोटासरा ने स्पष्ट किया कि प्रदेश के कई स्कूल, आंगनवाड़ी और अन्य सार्वजनिक भवन खस्ताहाल स्थिति में हैं, जिनकी दीवारें और छतें बच्चों के लिए ख़तरा बन चुकी हैं। उन्होंने सभी प्रतिनिधियों से आग्रह किया कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में तकनीकी सर्वेक्षण करवाकर, MPLAD/MLALAD फंड का उपयोग करते हुए मरम्मत का तुरंत कार्य शुरू करें।
संदेश का तात्कालिक महत्व
झालावाड़ के पिपलोदी गांव में हुई इस त्रासदी में सात बच्चों की मौत हुई और लगभग 28 विद्यार्थी घायल हुए थे, जबकि कई छात्र अस्पतालों में गंभीर हालत में भर्ती हैं ।
डोटासरा ने इसे राजनीति नहीं, बल्कि लोगों की सुरक्षा और जनउत्तरदायित्व का मुद्दा बताया — यह वक्त संवेदना और संकल्प का समय है ।
क्या करना चाहिए सांसद-विधायकों को?
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अपने क्षेत्रों के सभी जर्जर/पुराने भवनों की सूची परखें, संबंधित विभागों से रिपोर्ट प्राप्त करें।
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प्रायोगिक सर्वे कराएं ताकि कमजोर संरचनाओं की मरम्मत या पुनर्निर्माण हो सके।
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MPLAD/MLALAD फंड का उचित दिशा में उपयोग करते हुए मरम्मत कार्य तत्काल शुरू करें।
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लोगों को यह विश्वास दें कि उनका प्रतिनिधि सिर्फ चुनावी नेता नहीं, बल्कि जवाबदेह सेवावाण के रूप में कार्य कर रहा है।
राज्य में अगली कार्रवाई
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने इस हादसे के बाद सभी सरकारी भवनों—स्कूल, अस्पताल, सार्वजनिक संस्थानों—का तत्काल सघन निरीक्षण करवाने के निर्देश दिये हैं, जिसमें एक तकनीकी समिति पाँच दिनों में विस्तृत रिपोर्ट देगी; जो भवन असुरक्षित हो, उसे तुरंत खाली कराने का भी आदेश दिया गया है।
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने भी शिक्षा विभाग की नसीहत की है कि राज्य स्तर पर सभी स्कूलों की संरचनात्मक समीक्षा की जाए ताकि इसी तरह की घटनाएँ रोकी जा सकें ।
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घटना ने बिहारों को राज्य भर में स्कूलों की संरचनात्मक सुरक्षा पर सवाल खड़े किए हैं।
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गोविंद सिंह डोटासरा का पत्र यह संदेश देता है कि अब राजनीति से ऊपर उठकर शासन और प्रशासन की जवाबदेही तय करने का समय है।
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सांसदों-विधायकों के कॉल to action से ही भविष्य में ऐसी त्रासदियों को रोका जा सकता है।
यदि आप चाहें, तो इस लेख में स्थान, समय, या दृष्टिकोण के अनुसार कोई बदलाव आक्षेपित कर सकते हैं—मैं तुरंत अपडेट कर दूँगा।