राजस्थान विधान सभा की अधिकांश विधायी प्रक्रियाएं की गई हैं ऑनलाइन

Edited By Kailash Singh, Updated: 30 Aug, 2025 01:41 PM

legislative proceedings of vidhan sabha have been made online

राजस्थान विधान सभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने कहा है कि सोलहवीं राजस्थान विधान सभा के चतुर्थ सत्र से ध्यानाकर्षण प्रस्ताव, विशेष उल्लेख प्रस्ताव, स्थगन प्रस्ताव और पर्ची संबंधी अधिकांश विधायी प्रक्रियाओं को ऑनलाइन किया गया है।

जयपुर, 30 अगस्त। राजस्थान विधान सभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने कहा है कि सोलहवीं राजस्थान विधान सभा के चतुर्थ सत्र से ध्यानाकर्षण प्रस्ताव, विशेष उल्लेख प्रस्ताव, स्थगन प्रस्ताव और पर्ची संबंधी अधिकांश विधायी प्रक्रियाओं को ऑनलाइन किया गया है। यह सभी प्रस्ताव नेवा प्लेटफार्म पर राजस्थान विधान सभा द्वारा ऑनलाइन ही स्वीकार किये जा रहे है। उन्होंने कहा कि विधायकगण की विधायी  भूमिकाओं में कोई बदलाव नहीं किया गया है। विधायी कार्यों को ऑनलाइन किये जाने की सूचना बुलेटिन के माध्यम से 18अगस्त को विधायकगण को दे दी गई है।

देवनानी ने कहा कि राजस्थान विधान सभा में विधायी प्रक्रियाओं की ऑनलाइन व्यवस्था प्रारम्भिक स्तर पर है। ऐसी स्थिति में इस व्यवस्था में कुछ तकनीकी कठिनाइया आ सकती है। उन्होंने कहा कि इससे विधायकगण परेशानी महसूस ना करें। विधान सभा सचिवालय तथा नेवा की टीम विधायकगण के लिये ऑनलाइन प्रक्रिया की कठिनाईयों को दूर करने के लिये सतत रूप से कक्ष संख्या 733 में उपलब्ध है। विधायकगण ऑनलाइन प्रक्रिया में आने वाली कठिनाइयों को दूर करने के लिये नेवा सेवा केन्द्र में सम्पर्क कर सकते है।

 देवनानी ने बताया कि विधायकगण द्वारा प्रस्तुत किये जाने वाले प्रस्तावों तथा पर्ची के नियमों और प्रक्रियाओं में किसी प्रकार का कोई बदलाव नहीं किया गया है। उन्होंने बताया कि विधायी प्रस्तावों को प्रस्तुत करने की प्रक्रिया ही ऑनलाइन की गई है। सुलभ और त्वरित कार्य किये जाने के लिए  ऑनलाइन व्यवस्था आज के तकनीकी युग की आवश्यकता है। ऑनलाइन व्यवस्था पर भविष्य के दृष्टिगत कार्य किया जाना नितांत आवश्यक है। इससे कागज और प्रिंटिंग व्यय में बचत होती है। यह व्यवस्था पर्यावरण के अनुकूल भी है।

देवनानी ने बताया कि डिजिटल दुनिया में ऑनलाइन व्यवस्था समय प्रबंधन के साथ वर्चुअल संचार प्लेटफॉर्म पर तकनीकी प्रगति और कार्यों को कुशलतापूर्वक व्यवस्थित करने, वर्कफ़्लो को सुव्यवस्थित करने और दूरस्थ कार्य व्यवस्था को सुविधाजनक बनाने में सहायता करती है। इस व्यवस्था का प्रभावी ढंग से लाभ उठाकर कार्य के समय को कम कर सकते हैं। देवनानी ने कहा कि ऑनलाइन प्रक्रिया की अनेक विशिष्टतायें है, जो इसे पारंपरिक ऑफलाइन प्रक्रिया से अलग बनाती है। इस व्यवस्था से विधायकगण किसी भी स्थान से किसी भी समय प्रक्रिया में भाग ले सकते हैं। बदलते युग में ग्रामीण और दूर-दराज क्षेत्रों में भी इंटरनेट सेवाओं की उपलब्धता से कार्य सुलभ, तीव्र, पारदर्शी, कम लागत के साथ ही सुविधाजनक हो गया है।

 देवनानी ने कहा कि नेवा प्लेटफार्म पर विधायी संबंधी सभी जानकारियां एक ही प्लेटफार्म पर सुरक्षित है। यह व्यवस्था विधायकगण के लिये विधान सभा संबंधी कार्यों के विश्लेषण करने और रिकॉर्ड रखने में भी आसान है। उन्होंने बताया कि आगामी चरणों में विधानसभा सत्र से संबंधित कार्य नेवा प्लेटफार्म पर ही संपादित किए जाने की कार्य योजना है । इनमें विधायी कार्य यथा विधेयकों पर संशोधन प्रस्ताव प्राप्त करने तथा बजट मांगों पर कटौती प्रस्ताव प्राप्त करने संबंधी महत्वपूर्ण कार्य भी सम्मिलित होंगे।

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