Edited By Kuldeep Kundara, Updated: 29 Jul, 2025 10:52 AM

पूर्व मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने हाल ही में हुए स्कूल भवन हादसे पर शिक्षा मंत्री मदन दिलावर और राज्य सरकार को कठघरे में खड़ा किया है। उन्होंने कहा कि सात मासूम बच्चों की मौत के बाद भी शिक्षा मंत्री सुधरने के बजाय और ज्यादा बिगड़ते जा रहे हैं
जयपुर । पूर्व मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने हाल ही में हुए स्कूल भवन हादसे पर शिक्षा मंत्री मदन दिलावर और राज्य सरकार को कठघरे में खड़ा किया है। उन्होंने कहा कि सात मासूम बच्चों की मौत के बाद भी शिक्षा मंत्री सुधरने के बजाय और ज्यादा बिगड़ते जा रहे हैं। खाचरियावास ने कहा, "यह पहला शिक्षा मंत्री है जिसमें बोलने की, संवेदना प्रकट करने की और बच्चों की मौत पर तमीज से बयान देने की भी क्षमता नहीं है।" उन्होंने आरोप लगाया कि दिलावर ने कहा, “टूटी हुई स्कूलों की मरम्मत करना मेरे घर का काम नहीं है”, जबकि शिक्षा मंत्री और मुख्यमंत्री के लिए पूरा राजस्थान नियमों के अनुसार एक परिवार की तरह होता है। पूर्व मंत्री ने सीधे तौर पर मांग की कि शिक्षा मंत्री मदन दिलावर को तत्काल बर्खास्त किया जाए। उन्होंने कहा, “ऐसे व्यक्ति में न नैतिकता है, न दया, न विनम्रता। घमंड सातवें आसमान पर है और वह खुद को बहुत स्मार्ट समझते हैं। सात बच्चों की चिता भी नहीं जली थी और वो बैंड-बाजे और पुष्पवर्षा के साथ स्वागत करवा रहे थे।”
खाचरियावास ने सवाल उठाया कि क्या यह भाजपा सरकार का असली चाल, चरित्र और चेहरा है?
उन्होंने चेतावनी दी कि अगर ऐसे insensitive और घमंडी मंत्री को सरकार से बाहर नहीं किया गया, तो यह साबित हो जाएगा कि राज्य की भाजपा सरकार का दीन-ईमान और नैतिक जिम्मेदारी मर चुकी है। उन्होंने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से भी सवाल किया कि क्या वे इस भाषा और रवैये से सहमत हैं, या शिक्षा मंत्री के बयान उनकी सरकार की मूक स्वीकृति है।