Edited By Kuldeep Kundara, Updated: 21 Jul, 2025 03:09 PM

राजस्थान में छात्र संघ चुनावों को लेकर एक बार फिर से माहौल गरमा गया है। प्रदेशभर के छात्र और छात्र नेता लंबे समय से बंद पड़े छात्र संघ चुनावों को दोबारा शुरू कराने की मांग को लेकर सक्रिय हैं। सोमवार को जयपुर और कोटा में हुए विरोध प्रदर्शनों ने इस...
राजस्थान में छात्र संघ चुनावों को लेकर एक बार फिर से माहौल गरमा गया है। प्रदेशभर के छात्र और छात्र नेता लंबे समय से बंद पड़े छात्र संघ चुनावों को दोबारा शुरू कराने की मांग को लेकर सक्रिय हैं। सोमवार को जयपुर और कोटा में हुए विरोध प्रदर्शनों ने इस मांग को नई धार दे दी।
जयपुर में छात्र नेता ने ली 'जल समाधि'
राजधानी जयपुर स्थित राजस्थान विश्वविद्यालय में छात्र नेता आशीष महावर ने संविधान पार्क में 'जल समाधि' लेकर अनोखे तरीके से सरकार के खिलाफ विरोध जताया। महावर लंबे समय से छात्र संघ चुनावों की बहाली की मांग को लेकर सक्रिय हैं और उनका यह कदम सरकार पर दबाव बनाने की एक कोशिश के रूप में देखा जा रहा है।
कोटा में छात्रों ने काले कपड़ों में किया प्रदर्शन
कोटा में छात्र नेता अनिल पंकज के नेतृत्व में बड़ी संख्या में छात्र कोटा यूनिवर्सिटी पर एकत्र हुए और काले कपड़े पहनकर जोरदार नारेबाजी की। छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए अपनी मांगों का एक ज्ञापन भी सौंपा।
छात्र संघ चुनाव: राजनीति की पहली सीढ़ी
प्रदर्शन कर रहे छात्रों का कहना है कि छात्र संघ चुनाव किसी भी लोकतंत्र की बुनियादी प्रक्रिया है और युवाओं के लिए राजनीति में प्रवेश की पहली सीढ़ी मानी जाती है। चुनावों के जरिए छात्र अपनी समस्याएं प्रभावी ढंग से उठा सकते हैं और कॉलेज-कैम्पस के विकास में भी भूमिका निभा सकते हैं।
छात्रों का आरोप है कि राज्य सरकार जानबूझकर छात्र संघ चुनाव नहीं करवा रही है, ताकि युवाओं को संगठित होने से रोका जा सके। उन्होंने चेतावनी दी है कि जब तक चुनाव बहाल नहीं किए जाते, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा।