Edited By Raunak Pareek, Updated: 12 Jul, 2025 04:29 PM

जयपुर में कारोबारी से 10 करोड़ की फिरौती मांगने वाले दो बदमाश गिरफ्तार। आरोपी में एक पूर्व CRPF जवान, गैंगस्टर लॉरेंस के भाई अनमोल बिश्नोई के लिए करता था वसूली।
राजधानी जयपुर में एक कारोबारी से 10 करोड़ रुपए की रंगदारी मांगने वाले दो बदमाशों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपी नेत्रपाल सिंह (30) और मान प्रजापति उर्फ मान बॉक्सर (36), कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल बिश्नोई के लिए काम कर रहे थे। इनका संपर्क विदेश में बैठे गैंग के सदस्य हरि बॉक्सर से था। विशेष बात यह है कि आरोपी मान प्रजापति पूर्व में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) में 5 साल की सेवा दे चुका है, लेकिन बाद में अपराध की दुनिया में उतरकर वसूली, धमकी और फाइनेंस के नाम पर अवैध कारोबार करने लगा।
कैसे हुआ खुलासा?
करीब 10 दिन पहले जयपुर के एक व्यापारी को विदेशी नंबर से धमकी मिली थी, जिसमें 10 करोड़ की फिरौती मांगी गई थी। सूचना मिलते ही DCP क्राइम कुंदन कवरीया के सुपरविजन में साइबर थाना पुलिस ने तेजी से जांच शुरू की। साइबर थाने के ASI ओमप्रकाश को इनपुट मिला कि धमकी देने वाले जयपुर में ही छिपे हैं। टीम ने आमेर के कुंडा और लालकोठी के कृष्णानगर में दबिश देकर दोनों बदमाशों को धरदबोचा।
गैंग से ऐसे जुड़ा था नेटवर्क
जांच में सामने आया कि गैंग कनाडा, जर्मनी और फ्रांस जैसे देशों में बैठकर सोशल मीडिया के जरिए व्यापारियों, बिल्डर्स और ज्वैलर्स की निगरानी करता है। जानकारी जुटाकर फिर भारत में मौजूद गुर्गों से वसूली कराई जाती है। गिरफ्तार आरोपियों के पास से विदेशी कॉलिंग में इस्तेमाल किए गए दो मोबाइल फोन जब्त किए गए हैं, जिनसे हरि बॉक्सर के साथ लगातार संपर्क में रहने की पुष्टि हुई है।
CRPF से अपराध की ओर
मान प्रजापति मूल रूप से फुलेरा के प्रतापपुरा गांव का रहने वाला है और वर्तमान में जयपुर के कृष्णानगर में किराए से रह रहा था। उसने CRPF में पांच साल सेवा देने के बाद खुद को फाइनेंसर बताया, लेकिन असल में वह उच्च ब्याज दर पर पैसा देकर, वसूली और धमकी देने का काम करता था। वहीं, नेत्रपाल सिंह आमेर के कुंडा इलाके का निवासी है, और वह भी वसूली और जमीन खाली करवाने जैसे कार्यों में अनमोल बिश्नोई के नाम का इस्तेमाल करता था।
पुलिस ने कहा – अंतरराज्यीय नेटवर्क का खुलासा
जयपुर पुलिस का कहना है कि यह मामला अंतरराष्ट्रीय और अंतरराज्यीय साइबर वसूली नेटवर्क की एक बड़ी कड़ी उजागर करता है। पुलिस अब हरि बॉक्सर और अन्य विदेशियों की लोकेशन ट्रैक कर रही है, ताकि गैंग की जड़ें पूरी तरह उखाड़ी जा सकें।