Edited By Raunak Pareek, Updated: 29 May, 2025 07:59 PM

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2025 की तैयारियों के तहत जयपुर में 'योग संवाद' सेमिनार का आयोजन हुआ। "योग फॉर वन अर्थ, वन हेल्थ" थीम पर आधारित इस कार्यक्रम में योगाचार्य ढाकाराम जी, आयुर्वेद विशेषज्ञ और केंद्रीय अधिकारियों ने योग के वैश्विक महत्व पर चर्चा...
जयपुर, 28 मई 2025 – अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2025 के उपलक्ष्य में सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार के पत्र सूचना कार्यालय (PIB), जयपुर और केंद्रीय संचार ब्यूरो, प्रादेशिक कार्यालय, जयपुर द्वारा राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर, जयपुर में 'योग संवाद' नामक एक काउंटडाउन सेमिनार का आयोजन किया गया। इस वर्ष योग दिवस की थीम "योग फॉर वन अर्थ, वन हेल्थ" रखी गई है, जिसका उद्देश्य योग के माध्यम से समग्र स्वास्थ्य और वैश्विक एकता को बढ़ावा देना है।
योगाचार्य ढाकाराम का प्रेरणादायक सत्र
सेमिनार के मुख्य अतिथि योग पीस संस्थान के वरिष्ठ योगाचार्य ढाकाराम जी ने ‘मानसिक शांति और योग’ विषय पर अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा कि जीवन में हम जो कुछ भी करते हैं, वह अंततः मानसिक शांति की प्राप्ति के लिए होता है। योगाचार्य ने योग को आनंद का स्रोत बताया और नियमित अभ्यास से अनेक बीमारियों से बचाव की बात कही। उन्होंने शरीर की सही मुद्रा और रीढ़ की हड्डी की देखभाल पर बल दिया, साथ ही योग की कई व्यावहारिक क्रियाएं भी प्रस्तुत कीं।
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2025 के विशेष कार्यक्रमों की रूपरेखा
कार्यक्रम की अध्यक्षता पत्र सूचना कार्यालय और केंद्रीय संचार ब्यूरो की अपर महानिदेशक ऋतु शुक्ला ने की। उन्होंने आगामी 11वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के लिए घोषित 10 प्रमुख कार्यक्रमों की विस्तृत जानकारी दी, जिनमें योग संगम, योग बंधन, योग समावेश, हरित योग, योग अनप्लग्ड जैसे अभियान शामिल हैं। खासतौर पर, 'योग संगम' के तहत एक लाख स्थानों पर एक साथ योग आयोजन कर विश्व रिकॉर्ड स्थापित करने का लक्ष्य रखा गया है।
आयुर्वेद और योग का समन्वय: डॉ. पुनीत चतुर्वेदी की प्रस्तुति
राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान के सहायक प्रोफेसर डॉ. पुनीत चतुर्वेदी ने "Eat Healthy and Sleep Better" और "Y-Break at Office Hours" विषयों पर वक्तव्य दिया। उन्होंने आयुर्वेद और योग के आपसी संबंधों पर प्रकाश डाला और बताया कि जीवनशैली में सकारात्मक बदलाव से ही योग के वास्तविक लाभ मिल सकते हैं। उन्होंने छात्रों के साथ मिलकर योगाभ्यास भी करवाया।
मोटे अनाज की उपयोगिता पर चर्चा
बेज़िक फूड की सह-संस्थापक डॉ. तनुश्री सिंह ने भारत के पारंपरिक मोटे अनाजों की उपयोगिता पर रोशनी डाली। उन्होंने कहा कि इन अनाजों को दैनिक आहार में शामिल कर हम पोषण स्तर को बेहतर बना सकते हैं और एक स्वस्थ जीवनशैली की ओर बढ़ सकते हैं।
सेमिनार में अनेक विभागों की सहभागिता
इस अवसर पर केंद्र सरकार के विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे, जिनमें एयरफोर्स स्टेशन जयपुर के ग्रुप कैप्टन विनय भारद्वाज, मौसम विभाग के निदेशक राधेश्याम शर्मा, नेहरू युवा केंद्र के ज़ोनल हेड डॉ. भुवनेश जैन, उत्तर पश्चिम रेलवे के सीपीआरओ शशि किरण, दूरदर्शन और आकाशवाणी जयपुर के केंद्राध्यक्षगण समेत विभिन्न संस्थाओं के प्रतिनिधि, अधिकारी एवं मीडिया प्रतिनिधि शामिल थे।
पर्यावरण संरक्षण की ओर एक कदम
कार्यक्रम के अंत में, पीआईबी निदेशक अनुभव बैरवा द्वारा सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए कार्यक्रम के उद्देश्यों की जानकारी दी गई। साथ ही, एकल-उपयोग प्लास्टिक के विरुद्ध हस्ताक्षर अभियान भी चलाया गया, जिसमें प्रतिभागियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। अंत में, पीआईबी के उप निदेशक धर्मेश भारती और केंद्रीय संचार ब्यूरो के सहायक निदेशक श्री संतोष वेंकटरमन ने धन्यवाद ज्ञापित किया।