Edited By Afjal Khan, Updated: 03 May, 2023 04:54 PM

राजस्थान के आठ जिलों में 6 मई से पानी का संकट हो सकता है। संकट इतना बड़ा है कि पुलिस को इंदिरा गांधी नहर पर तैनात रहने के निर्देश दिए गए हैं।
राजस्थान के आठ जिलों में 6 मई से पानी का संकट हो सकता है। संकट इतना बड़ा है कि पुलिस को इंदिरा गांधी नहर पर तैनात रहने के निर्देश दिए गए हैं। पानी के संकट से गावों में सबसे ज्यादा हालात बिगड़ेंगे। जो 6 जून तक बना रहेगा।
दरअसल, इंदिरा गांधी नहर की सफाई और मरम्मत के लिए हर वर्ष होने वाली नहरबंदी पिछले दिनों नहीं हो पाई। अब 6 मई से असर दिखना शुरू हो जाएगा। बीकानेर सहित पश्चिमी राजस्थान के अधिकांश जिलों को नहर से पांच मई तक ही पानी मिल सकेगा। इसके बाद स्टोरेज हुए पानी से ही वाटर सप्लाई करनी पड़ेगी। बीकानेर में छह मई से ही व्यवस्था गड़बड़ाने तय है, जबकि अन्य जिलों में इसके एक-दो दिन बाद असर दिखना शुरू होगा।
दरअसल, पंजाब में नहर की मरम्मत के लिए हरिके बेराज से बुधवार को पानी पूरी तरह बंद कर दिया गया है। इससे पंजाब के साथ राजस्थान में भी पानी नहीं आ रहा। पहले से चल रहा पानी ही आगे पहुंच रहा है, जो धीरे धीरे बंद हो जाएगा। अब तीस जून को हरिके बेराज से पानी छोड़ा जाएगा। जो पांच जून तक ही इंदिरा गांधी नहर के बीकानेर, जोधपुर, बाडमेर, जैसलमेर के हिस्से को मिल पाएगा।
इंदिरा गांधी नहर बंदी दो हिस्सों में होती है। पहले सिंचाई के लिए पानी बंद किया जाता है। इस बार तीस दिन पहले सिंचाई का पानी बंद हो गया। फिर पीने का पानी बंद किया जाता है। अब पीने का पानी बुधवार से बंद हुआ है।
इस दौरान राजस्थान में कम और पंजाब में मरम्मत का काम ज्यादा होता है। नहर में पानी नहीं होने की स्थिति में राजस्थान में ज्यादातर सिल्ट (मिट्टी व गाद) निकालने का काम होता है, जबकि पंजाब में नहर की रिलाइनिंग की जाती है। इस बार भी आरडी चार सौ के नीचे ही काम चल रहा है।