Edited By Shruti Jha, Updated: 07 Jul, 2025 08:11 PM

कार्यक्रम की शुरुआत VGU के कुलपति प्रो. एन. डी. माथुर के प्रेरणादायक संबोधन के साथ हुई। उन्होंने जोर देते हुए कहा:
“शिक्षण एक महान (Noble) पेशा है, जो उत्कृष्ट विषय-वस्तु, प्रभावी संप्रेषण, पेशेवर प्रतिबद्धता और अंतरात्मा की मांग करता है।”
उनके इन...
शिक्षण एक प्रेरणादायक यात्रा: VGU में नव‑नियुक्त संकाय सदस्यों का Faculty Induction Programme
देहरादून, 5 जुलाई 2025: विवेकानंद ग्लोबल यूनिवर्सिटी (VGU) में हाल ही में आयोजित Faculty Induction Programme (FIP) ने लगभग 50 नव‑नियुक्त संकाय सदस्यों को न केवल प्रशासनिक, शिक्षण और मानव संसाधन नीतियों से अवगत कराया, बल्कि उन्हें एक प्रेरक शैक्षणिक यात्रा की शुरुआत करने हेतु प्रेरित भी किया।
उद्घाटन सत्र: शिक्षण की महानता—एक सकारात्मक शुरुआत
कार्यक्रम की शुरुआत VGU के कुलपति प्रो. एन. डी. माथुर के प्रेरणादायक संबोधन के साथ हुई। उन्होंने जोर देते हुए कहा:“शिक्षण एक महान (Noble) पेशा है, जो उत्कृष्ट विषय-वस्तु, प्रभावी संप्रेषण, पेशेवर प्रतिबद्धता और अंतरात्मा की मांग करता है।”
उनके इन शब्दों ने नई ऊर्जा और उत्साह का संचार किया, साथ ही शिक्षकों को अपने कर्तव्य की गहराई का अहसास भी कराया।
अनुभव से प्रेरणा: प्रशासनिक दृष्टिकोण
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए VGU के संरक्षक श्री एम. आर. बगरिया ने अपने दीर्घकालिक नौकरशाही अनुभव और नेतृत्व कौशल के बारे में साझा किया, जिससे संकाय सदस्यों को संस्थान के आंतरिक तंत्र और निर्णय‑प्रक्रियाओं की व्यावहारिक समझ मिली।
HR नीतियाँ और प्रशासनिक समझ
कुलसचिव डॉ. प्रवीण चौधरी ने विश्वविद्यालय की HR नीतियों की रूपरेखा प्रस्तुत की। उन्होंने भर्ती प्रक्रिया, साधक विकास कार्यक्रम, मूल्यांकन प्रणाली एवं कर्मचारियों के अधिकारों से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियों को साझा किया।
सुचारु संचालन और औपचारिक समापन
कार्यक्रम का संचालन श्री अजय माथुर और सुश्री ज्योत्सना ने कुशलता से किया। अंत में, धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत करने के साथ सुश्री ज्योत्सना ने इस साल के कार्यक्रम का औपचारिक समापन किया।
'शिक्षण एक प्रेरणादायक यात्रा'—एक संकल्पना
यह FIP केवल परिचयात्मक व्याख्यानों का संग्रह नहीं था—यह एक प्रेरणादायक यात्रा की शुरुआत थी:
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मूल्य-संवाद: कुलपति द्वारा व्यक्त शिक्षण की महानता ने व्यावसायिक और नैतिक आदर्शों पर प्रकाश डाला।
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अनुभव-आधारित दृष्टिकोण: संरक्षक और कुलसचिव के व्यावहारिक अनुभवों ने प्रशासन में शांति एवं स्पष्टता का मार्ग दिखाया।
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समन्वित पहल: संचालन टीम एवं धन्यवाद प्रस्ताव का समापन इस बात का प्रमाण है कि यह कार्यक्रम केवल औपचारिकता नहीं, बल्कि सहयोग एवं मान‑सम्मान का मंच था।