Edited By Rahul yadav, Updated: 17 Mar, 2025 06:57 PM
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नवनिर्वाचित प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ जल्द ही अपनी नई टीम की घोषणा करेंगे। अनुमान लगाया जा रहा है कि अप्रैल माह में प्रदेश कार्यकारिणी का ऐलान कर दिया जाएगा। करीब सात महीने पहले पहली बार प्रदेशाध्यक्ष बनने के बाद मदन...
बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ जल्द करेंगे नई टीम का ऐलान
जयपुर। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नवनिर्वाचित प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ जल्द ही अपनी नई टीम की घोषणा करेंगे। अनुमान लगाया जा रहा है कि अप्रैल माह में प्रदेश कार्यकारिणी का ऐलान कर दिया जाएगा। करीब सात महीने पहले पहली बार प्रदेशाध्यक्ष बनने के बाद मदन राठौड़ पुरानी टीम के साथ काम कर रहे थे, लेकिन अब उनके नए सिरे से निर्वाचित होने के बाद पार्टी को नई दिशा देने के लिए नई कार्यकारिणी गठित की जाएगी।
अधिकतर नए चेहरे होंगे शामिल
सूत्रों के अनुसार, नई प्रदेश कार्यकारिणी में अधिकांश नए चेहरे देखने को मिलेंगे और मौजूदा कार्यकारिणी से 50 प्रतिशत से अधिक नेताओं को बाहर किया जा सकता है। मदन राठौड़ का कार्यकाल फरवरी 2028 तक रहेगा, और इस दौरान उनकी टीम को भविष्य की रणनीतियों के अनुरूप तैयार किया जाएगा। पार्टी को प्रदेश में और मजबूत करने के उद्देश्य से संगठन में व्यापक बदलाव किए जाएंगे।
क्षेत्रीय और जातिगत संतुलन का रहेगा ध्यान
राजस्थान में अगला विधानसभा चुनाव 2028 में होगा और इसे ध्यान में रखते हुए नई कार्यकारिणी में पूरे प्रदेश का संतुलित प्रतिनिधित्व सुनिश्चित किया जाएगा। क्षेत्रीय और जातिगत समीकरणों का ध्यान रखते हुए संगठन का विस्तार किया जाएगा। इस नई टीम के सदस्य विधानसभा चुनावों में अहम भूमिका निभाएंगे।
मौजूदा कार्यकारिणी के कई नेता हो सकते हैं बाहर
मौजूदा कार्यकारिणी के कई नेताओं को नई टीम में स्थान मिलने की संभावना कम है। इनमें प्रदेश उपाध्यक्ष चुन्नीलाल गरासिया, सीआर चौधरी, नारायण पंचारिया, मुकेश दाधीच, नाहर सिंह जोधा सहित प्रदेश महामंत्री दामोदर अग्रवाल, ओमप्रकाश भड़ाना, श्रवण सिंह बगड़ी और संतोष अहलावत का नाम प्रमुख रूप से शामिल है।
चुन्नीलाल गरासिया को पार्टी ने राज्यसभा भेजा है, जबकि सीआर चौधरी को प्रदेश सरकार ने किसान आयोग का अध्यक्ष बनाया है। वहीं, दामोदर अग्रवाल भीलवाड़ा से सांसद बन चुके हैं और ओमप्रकाश भड़ाना को देवनारायण बोर्ड का अध्यक्ष बनाया गया है। इन परिस्थितियों में इन नेताओं की जगह नए चेहरों को मौका मिलने की संभावना प्रबल है।
किन्हें मिलेगी नई जिम्मेदारी?
संगठन चुनाव के संयोजक रहे नारायण पंचारिया को पार्टी किसी नई जिम्मेदारी से नवाज सकती है। वहीं, मुकेश दाधीच और श्रवण सिंह बगड़ी को बोर्ड या आयोग में स्थान मिल सकता है। मौजूदा 13 प्रदेश मंत्रियों में से भी अधिकतर को नई कार्यकारिणी में स्थान नहीं मिलेगा, जबकि युवा और नए चेहरों को अवसर दिया जा सकता है।
ये नेता रह सकते हैं बरकरार
मदन राठौड़ ने संकेत दिए हैं कि कुछ पुराने नेताओं को बरकरार रखा जाएगा। इनमें प्रदेश उपाध्यक्ष सरदार अजयपाल सिंह, बाबा बालकनाथ, प्रभुलाल सैनी और ज्योति मिर्धा के नाम शामिल हैं। मौजूदा प्रदेश महामंत्री जितेंद्र गोठवाल भी नई टीम में स्थान पा सकते हैं।
इन नेताओं का हो सकता है प्रमोशन
मौजूदा कार्यकारिणी में प्रदेश उपाध्यक्ष मोतीलाल मीणा को प्रदेश महामंत्री बनाया जा सकता है। वे संगठन में लगातार सक्रिय रहे हैं और पहले भी प्रदेश महामंत्री के रूप में कार्य कर चुके हैं। इसके अलावा, कुछ प्रदेश मंत्रियों को भी प्रदेश उपाध्यक्ष के रूप में प्रमोट किया जा सकता है।
नई टीम में कौन-कौन होंगे शामिल?
नई कार्यकारिणी में कई नए चेहरे शामिल हो सकते हैं। इनमें सबसे प्रबल दावेदार हरिराम रणवा हैं, जो शेखावाटी अंचल से आते हैं। वे किसान मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष रह चुके हैं और हाल ही में संगठन चुनाव में सह संयोजक के रूप में कार्य कर चुके हैं। उनके काम को पार्टी नेतृत्व ने सराहा है।
आदिवासी अंचल से सुशील कटारा को भी स्थान मिल सकता है। डूंगरपुर-बांसवाड़ा क्षेत्र में पार्टी को मजबूत करने के उद्देश्य से उन्हें कार्यकारिणी में स्थान दिया जा सकता है। वे वसुंधरा सरकार में राज्यमंत्री रह चुके हैं और संगठन के काम का अनुभव रखते हैं।
महिला नेताओं में अपूर्वा सिंह और मधु कुमावत के नामों की चर्चा है, जिन्हें नई टीम में शामिल किया जा सकता है।
मदन राठौड़ ने क्या कहा?
प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ ने कहा कि पार्टी संगठन एक व्यवस्थित प्रणाली से संचालित होता है और सभी निर्णय सामूहिक विचार-विमर्श के आधार पर लिए जाते हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि कुछ पुराने नेताओं को बरकरार रखा जाएगा, जबकि कुछ नए चेहरों को भी जिम्मेदारी दी जाएगी। जिन नेताओं को कार्यकारिणी में स्थान नहीं मिलेगा, उन्हें संगठन में किसी अन्य भूमिका में इस्तेमाल किया जाएगा।
बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ की नई टीम में बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं। पार्टी भविष्य की रणनीतियों को ध्यान में रखते हुए अनुभवी और युवा नेताओं का संतुलित समायोजन करेगी, जिससे 2028 के विधानसभा चुनावों में पार्टी को मजबूती मिल सके।