Edited By Raunak Pareek, Updated: 17 Jul, 2025 03:39 PM

गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि पिछले 100 सालों के अंदर सहकारिता ने भारत के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया लेकिन आने वाले 100 साल सहकारिता के ही साल है।
जयपुर में आयोजित 'सहकार एवं रोजगार उत्सव' में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राजस्थान में सहकारिता क्षेत्र में हो रहे व्यापक बदलावों की सराहना की। कार्यक्रम में 8000 से अधिक युवाओं को नियुक्ति पत्र वितरित किए गए। उन्होंने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की नेतृत्व क्षमता की प्रशंसा करते हुए कहा कि इतने कम समय में सहकारिता के क्षेत्र में राजस्थान ने उल्लेखनीय प्रगति की है।
अमित शाह ने अपने संबोधन की शुरुआत पन्नाधाय और भामाशाह जैसी ऐतिहासिक विभूतियों को नमन करते हुए की। उन्होंने कहा कि "अगले 100 वर्ष सहकारिता के युग होंगे।" आज देश के ग्रामीण विकास में सहकारिता की 99% हिस्सेदारी है और लगभग 31 करोड़ लोग 8.5 लाख को-ऑपरेटिव संस्थाओं से जुड़े हुए हैं। गृह मंत्री ने कहा कि राजस्थान ने कृषि उत्पादकता में भी सराहनीय योगदान दिया है, खासकर मूंगफली, ज्वार, चना और तिलहन जैसे क्षेत्रों में। उन्होंने बताया कि अब ऊंटनी के दूध पर शोध कार्य प्रारंभ किया गया है जिससे ऊंटों के अस्तित्व को संरक्षित किया जा सके।
शाह ने पेपर लीक मामलों पर राजस्थान सरकार द्वारा गठित एसआईटी और पेपर माफिया पर कार्रवाई की तारीफ की। उन्होंने पेट्रोल-डीजल पर वैट में कटौती, राइजिंग राजस्थान जैसी योजनाओं और सहकारिता में नंबर-1 बनने की दिशा में सरकार के प्रयासों का उल्लेख किया। ऑपरेशन सिंदूर का ज़िक्र करते हुए शाह ने कहा कि अब भारत आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक रूप से खड़ा है और दुनिया को एक सुरक्षित और समृद्ध राष्ट्र की झलक दिखाई दे रही है। अंत में उन्होंने कहा, "राजस्थान और भारत सरकार मिलकर 2047 तक राजस्थान को सहकारिता क्षेत्र में देश में नंबर-1 बनाएंगे।"