Edited By Kailash Singh, Updated: 25 Dec, 2024 05:38 PM
राजस्थान में मंत्रिमंडल विस्तार की सुगबुगाहट तेज है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के दिल्ली दौरे ने अटकलों को हवा दी है। 6 मंत्री पद खाली हैं, और संभावित नामों पर चर्चाएं हो रही हैं। जानिए कौन-कौन हो सकते हैं नए मंत्री...
राजस्थान की राजनीति में इस समय मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर चर्चाएं जोरों पर हैं। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के हालिया दिल्ली दौरे के बाद सियासी हलचल तेज हो गई है। मुख्यमंत्री ने गृह मंत्री अमित शाह और अन्य नेताओं से मुलाकात की, वहीं वसुंधरा राजे ने प्रधानमंत्री मोदी और बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं से भेंट की। दोनों नेताओं के बीच भी दिल्ली में मुलाकात हुई, जिससे मंत्रिमंडल विस्तार की अटकलों को और बल मिला। भजनलाल सरकार ने हाल ही में अपना एक वर्ष का कार्यकाल पूरा किया है, और प्रदेश में मंत्रिमंडल में 6 पद खाली हैं, जिन्हें भरने के लिए संभावित नामों पर चर्चा जारी है।
6 मंत्री और बनाए जाने की संभावना
राजस्थान की विधानसभा में मंत्रियों की संख्या 30 से अधिक नहीं हो सकती। वर्तमान में भजनलाल सरकार में 24 मंत्री हैं, जिससे 6 पद खाली हैं। उपचुनावों में बीजेपी की 5 सीटों पर जीत और सरकार की मजबूती के लिए इन पदों को जल्द भरा जाना संभव है।
महिला मंत्रियों की संख्या में बढ़ोतरी की संभावना
मंत्रिमंडल में फिलहाल केवल 2 महिला मंत्री हैं। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि महिला प्रतिनिधित्व बढ़ाने के लिए 2-3 और महिला विधायकों को मंत्री बनाया जा सकता है। अनीता भदेल, दीप्ति किरण महेश्वरी, और शोभा चौहान के नामों पर चर्चा हो रही है।
प्रदेश में इन नामों पर हो रही चर्चा
मंत्रिमंडल विस्तार के लिए पुष्पेंद्र सिंह राणावत, श्रीचंदेल कृपलानी, कालीचरण सर्राफ, और अनीता भदेल के नाम आगे चल रहे हैं। इसके साथ ही आदूराम मेघवाल, हंसराज मीणा, और रामविलास मीणा का नाम भी संभावित सूची में शामिल है।
वसुंधरा राजे की मजबूत होने के मिले संकेत
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के करीबी माने जाने वाले नेताओं जैसे अर्जुन गर्ग और सिद्धि कुमारी के नाम भी चर्चा में हैं। इन नामों की पुष्टि वसुंधरा की स्थिति को मजबूती प्रदान कर सकती है।
वरिष्ठ पत्रकारों और विश्लेषकों का मानना है कि भजनलाल सरकार ने कई बड़े फैसलों और घोषणाओं के साथ अपनी स्थिति मजबूत की है। आगामी मंत्रिमंडल विस्तार में इन उपलब्धियों और राजनीतिक समीकरणों को ध्यान में रखा जाएगा। राजस्थान में मंत्रिमंडल विस्तार की अटकलें सियासी हलचल को और तेज कर रही हैं। महिला मंत्रियों की संख्या बढ़ाने और वसुंधरा राजे के समर्थकों को जगह देने से यह विस्तार सरकार की राजनीतिक स्थिति को मजबूत करेगा।