Edited By Anil Jangid, Updated: 07 Dec, 2025 02:47 PM

पूर्व नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने कांग्रेस के नेता टीकाराम जूली के एक्स पर की गई टिप्पणी पर करारा जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि लोकतांत्रिक पद्धति से चुने हुए मुख्यमंत्री के नाम पर व्यक्तिगत टिप्पणी करना पूरी तरह मर्यादाहीन है।
जयपुर। पूर्व नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने कांग्रेस के नेता टीकाराम जूली के एक्स पर की गई टिप्पणी पर करारा जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि लोकतांत्रिक पद्धति से चुने हुए मुख्यमंत्री के नाम पर व्यक्तिगत टिप्पणी करना पूरी तरह मर्यादाहीन है। कांग्रेस को इस तरह की मर्यादाहीन टिप्पणी करने की बजाय आगामी विधानसभा सत्र में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के कुशल नेतृत्व में हुए शानदार विकास कार्यों पर बहस करनी चाहिए। इतना ही नहीं बल्कि राठौड़ ने जमीन घोटालों को लेकर भी बहुत कुछ कहा है।
राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि राज्य सरकार ने अपने दो वर्ष के कार्यकाल में राजस्थान की आधारभूत संरचना मजबूत करने, ऊर्जा के क्षेत्र में राज्य को आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ाने, ईआरसीपी और यमुना जल समझौते को धरातल पर उतारने, राज्य की जीडीपी में उल्लेखनीय वृद्धि और शानदार राज्य बजट पेश करने जैसी शानदार उपलब्धियां हासिल की है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की आम जनता पूरी तरह राज्य सरकार के साथ है।
राठौड़ ने जमीनी नेता की बात पर कहा कि टीकाराम जूली और गोविंद सिंह डोटासरा अपने आप को जमीन से जुड़ा नेता बताते है जो कि पूरी तरह सच है। कांग्रेस के शासनकाल में जूली जी के गृह जिले अलवर के थानागाजी में 2 हजार एकड़ जमीन की भारी लूट हुई थी। विधानसभा में यह प्रकरण उठने के बाद जिस कलक्टर ने जमीन का अवैध आवंटन रद्द किया, उसका कुछ ही दिन में स्थानांतरण कर दिया गया। इसी प्रकार, डोटासरा जी की गृह तहसील में नेक्सा ग्रीन कंपनी के नाम पर करोड़ों की ठगी भी कांग्रेस के राज में ही हुई।
राठौड़ ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी में गुटबाजी की बात करने वाले कांग्रेस नेता यह भूल गए कि कांग्रेस शासन में तात्कालीन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और तात्कालीन उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट अपने-अपने गुटों के विधायकों के साथ कई दिनों तक पांच सितारा होटल में कैद रहे। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी का प्रत्येक कार्यकर्त्ता मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ के साथ खड़ा है। भाजपा वह पार्टी है जहां साधारण कार्यकर्त्ता को भी बड़ी जिम्मेदारी दी जाती है।